इस्लामाबाद,NOI: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की आतंकियों के प्रति हमदर्दी एक बार फिर सार्वजनिक हुई है। इमरान ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार अफगानिस्तान में तालिबान की मदद से प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के कुछ समूहों के साथ सुलह वार्ता कर रही है। पाकिस्तानी तालिबान के रूप में जाना जाने वाला टीटीपी अफगान-पाकिस्तान सीमा पर स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन है।

अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल

टीटीपी ने अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान में कई बड़े आतंकी हमले किए हैं। ऐसी रिपोर्ट थीं कि अगस्त में युद्धग्रस्त देश पर कब्जे के बाद अफगान तालिबान ने टीटीपी के कुछ कट्टर आतंकियों को मुक्त कर दिया था। इनमें टीटीपी का प्रमुख स्वयंभू कमांडर मौलवी फकीर मुहम्मद शामिल था।

हम कर रहे बातचीत

डान न्यूज की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक, खान ने तुर्की सरकार के स्वामित्व वाले टीआरटी व‌र्ल्ड न्यूज चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि टीटीपी बनाने वाले अलग-अलग समूह हैं। उनमें से कुछ शांति के लिए पाकिस्तान सरकार से बात करना चाहते हैं, इसलिए हम उनसे वार्ता कर रहे हैं। यह सुलह की प्रक्रिया है।

हम माफ करते हैं

क्या सरकार आतंकियों को हथियार डालने के लिए कह रही है, इमरान ने कहा, 'हां, हम उन्हें माफ करते हैं, बशर्ते वे सामान्य नागरिक बन जाएं।' इमरान ने कहा, 'हो सकता है कि अंत में किसी निष्कर्ष या समझौते पर नहीं पहुंच सकें, लेकिन हम बात कर रहे हैं।'

दक्षिण वजीरिस्तान में 20 दिनों का संघर्ष विराम

समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, टीटीपी ने शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना से समझौते के बाद 20 दिनों के संघर्ष विराम की घोषणा की है। पाकिस्तान टुडे ने टीटीपी की तरफ से जारी बयान के हवाले से रिपोर्ट प्रकाशित किया है, 'हमने अपने सभी लड़ाकों को आगामी 20 दिनों तक हर प्रकार की लड़ाई पर विराम लगाने को कहा है। हमारी वार्ता जारी है।' 

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