लखनऊ, NOI: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तो दंगल से पहले ही हिंसा हो गई, लेकिन सरकार और विपक्ष के बीच घटना के बाद से ही कुश्ती जारी है। यूपी के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले ही हुई इस सनसनीखेज घटना के बाद विपक्षी दलों में पहले पीड़ित और घटनास्थल तक पहुंचने की होड़-दौड़ रविवार से ही शुरू हो गई और आज बुधवार को भी जारी है। पहले दिन रात में ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा दिल्ली से लखनऊ पहुंचकर लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं, लेकिन सीतापुर में रोक कर हिरासत में ले ली गईं। लखीमपुर खीरी जाने के ऐलान के बाद बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लखनऊ एयरपोर्ट से लौटा दिया गया। समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव लखनऊ में सड़क पर प्रदर्शन के लिए उतरे, जो हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिए गए। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी सीतापुर में हिरासत में ले लिए गए। अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी लखीमपुर जाने की कोशिश में हैं। हालांकि सरकार ने उनकी तरफ से लखीमपुर खीरी जाने को लेकर मांगी गई अनुमति को खारिज कर दिया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू है, जो केवल पांट लोगों को रोकती है। हम तीन लोग जा रहे हैं। हमने उनको चिट्ठी लिख दिया है। विपक्ष का काम दबाव बनाने का है ताकि कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि पूरे देश के किसानों पर योजना बद्ध तरीके से हमला हो रहा है। जो किसानों का हक है उनसे छीना जा रहा है। यह चोरी खुलेआम सबके सामने हो रही है। इसीलिए देश के किसान दिल्ली के बाहर बैठे हैं। 

-लखीमपुर खीरी हिंसा पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आज हम दो मुख्यमंत्रियों के साथ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जाएंगे और वहां की स्थिति को समझेंगे और किसानों के परिवारों का समर्थन करेंगे। उन्होंने दिल्ली पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रियंका को नजरबंद किया गया है, लेकिन यह किसानों से जुड़ा मामला है। किसानों को जीप से कुचला जा रहा है, उनकी हत्या की जा रही है, इस घटना में एक केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे का नाम सामने आ रहा है। प्रधानमंत्री लखनऊ गए लेकिन लखीमपुर खीरी नहीं गए। यह किसानों पर सुनियोजित हमला है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इस मुद्दे को उठाने की आपकी जिम्मेदारी है, लेकिन जब हम सवाल पूछते हैं, इस मुद्दे को उठाते हैं, तो आप कहते हैं कि हम राजनीति कर रहे हैं।

लखनऊ के पुलिस आयुक्त ने कहा है कि सरकार ने राहुल गांधी को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। अगर वह लखनऊ आते हैं, तो हम उनसे हवाई अड्डे पर लखीमपुर खीरी और सीतापुर नहीं जाने का अनुरोध करेंगे। लखीमपुर और सीतापुर के एसपी और डीएम ने हमें कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर उन्हें आने से रोकने का आग्रह किया है।

-लखीमपुर खीरी में हिंसा के बाद अब पुलिस शांति-व्यवस्था कायम कराने में जुटी है। आइजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने घटना को लेकर दर्ज कराए गए मुकदमों की निष्पक्ष व गुणवत्तापूर्ण विवेचना कराने के लिए एएसपी लखीमपुर खीरी अरुण प्रताप सिंह की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है। समिति में सीओ व इंस्पेक्टर स्तर के अन्य अधिकारी भी शामिल हैं, जिनके पर्यवेक्षण में विवेचना होगी। सोमवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष समेत 14 लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं मंगलवार को सुमित जायसवाल की ओर से अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। दोनों ही मुकदमों की गहनता से छानबीन कराई जा रही है।

बहुजन समाज पार्टी लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार मृत किसानों के मामले की कानूनी लड़ाई लड़ेगी। बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने किसानों के मामले को निश्शुल्क लड़ने के लिए वरिष्ठ वकीलों की एक टीम गठित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह टीम यह सुनिश्चित करेगी कि इस घटना का कोई भी दोषी बचने न पाए।

लखीमपुर कांड के बाद से पीड़ित परिवारों से मिलने की जिद पर अड़ी प्रियंका वाड्रा ने अपनी हिरासत को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने बयान जारी कर आरोप लगाया है कि उन्हें गैर कानूनी तरीके से बलपूवर्क हिरासत में लिया गया। बिना किसी कानूनी आधार के उनके सांविधानिक अधिकारों का हनन करते हुए उन्हें सीतापुर पीएसी परिसर में कैद रखा गया है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी लखीमपुर खीरी नहीं जा सकेंगे। सरकार ने राहुल गांधी की अगुवाई में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के बुधवार को लखीमपुर खीरी जाने को लेकर मांगी गई अनुमति को मंगलवार देर रात खारिज कर दिया। इससे पहले लखीमपुर खीरी जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा को सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था।

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुए हिंसा के दौरान मृत किसान गुरुविंदर सिंह का बहराइच के मोहनिया गांव में बुधवार सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर किसान नेता राकेश टिकैत, गोरखपुर के आइजी अखिल कुमार, देवीपाटन मंडल के डीआइजी राकेश सिंह, जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद, पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद हैं। परिवारजन की मांग के मद्​देनजर बुधवार को भोर में जिला मुख्यलय पर लखनऊ से आए चिकित्सकों के विशेष दल ने पोस्टमाटम किया।



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