धर्मशाला,NOI: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डाक्‍टर मोहन भागवत ने धर्मगुरु दलाई लामा से भेंट की। दोनों शख्‍सियतों के बीच लंबी मंत्रणा चली। बताया जा रहा है दोनों के बीच बंद कमरे में 40 से 50 मिनट तक बातचीत हुई। कोरोना महामारी सहित अन्‍य अंतरराष्‍ट्रीय मुद्दों पर भी दोनों के बीच चर्चा हुई। विश्व शांति व जनकल्याण के लिए यह भेंट हुई, जिसमें विश्व शांति पर चर्चा हुई। दलाई लामा से मुलाकात के बाद मोहन भागवत 11 बजे हवाई मार्ग से दिल्ली लौट गए। कांगड़ा जिला के पांच दिवसीय दौरे से लौटने से पहले सोमवार सुबह उन्‍होंने धर्म गुरु से लंबी मुलाकात की। दलाई लामा से भेंट करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक कांगड़ा से कड़ी सुरक्षा में मैक्लोडगंज के लिए रवाना हुए।

पिछले कुछ दिनों से कांगड़ा दौरे पर थे मोहन भागवत

डाक्‍टर मोहन भागवत पिछले कुछ दिनों से हिमाचल प्रदेश जिला कांगड़ा के प्रवास पर थे। यहां पर उन्होंने जहां आरएसएस के स्वयंसेवकों प्रचारकों के साथ बैठकें की वहीं भूतपूर्व सैनिकों व प्रबुद्ध लोगों से भी रूबरू हुए। उन्होंने भारत की एकता व भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए सभी स्वयंसेवियों को अपने कार्य को पूरी ईमानदारी व लगन से करने का संदेश दिया है। उन्होंने स्वंयसेवियों को हर शहर व गली गांव तक शाखा खोलने के लिए कार्य करने को भी कहा है।

मोहन भागवत का संदेश

मोहन भागवत ने कांगड़ा दौरे के दाैरान कहा है कि आज सबसे पहली जरूरत रोज की शाखा है। उसी के भरोसे में हर परिस्थिति को पार कर ध्येय की प्राप्‍त‍ि करेंगे। हम तो मातृभूमि की सेवा में तिल-तिल जलना चाहते हैं। मोह, आकर्षणों को पास लाने वाली आदतों से दूर रहना है। इसलिए हमें अपनी साधना निरंतर जारी रखनी है। 2025 को संघ के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं ऐसे में हमें संघ को 130 करोड़ लोगों तक पहुंचाना है, जिसके लिए प्रचार की अति आवश्यक है। संघ स्वयंसेवकों के जीवन से बढ़ता है। संघ अनुशासन व संस्कार देता है।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement