पीएम की सुरक्षा में चूक मामले में पंजाब सरकार ने बनाई जांच कमेटी, तीन दिन में देनी होगी रिपोर्ट
इस तरह हुई सुरक्षा की अनदेखी
1. रास्ता रोके जाने पर एनएसजी ने जब सीएम आफिस से संपर्क करना चाहा तो किसी ने फोन नहीं उठाया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी यह कहना था।
2. रूट के लिए जब पुलिस की क्लीयरेंस थी तो इस पर किसान कैसे आ बैठे, उन्हें हटाया नहीं गया।
3. पीएम के आफिशियल दौरे के दौरान प्रोटोकाल के तहत सीएम, मुख्य सचिव व डीजीपी साथ होते हैं। इनमें से कोई नहीं था।
मोदी ने करना था शिलान्यास, सेहत मंत्री ने किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से फिरोजपुर से 42,750 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों का शिलान्यास किया जाना था। जिसमें फिरोजपुर में पीजीआइ का सैटेलाइट सेंटर, होशियारपुर और कपूरथला में बनने वाले मेडिकल कालेज, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस वे, अमृतसर से ऊना फोर लेन सड़क अपग्रेडेशन परियोजना, मुकेरियां से तलवाड़ा नई ब्राडगेज रेलवे लाइन प्रोजेक्ट शामिल हैं। प्रधानमंत्री के वापस लौटने के कारण केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इन प्रोजेक्टों का शिलान्यास किया
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था : चन्नी
मुख्यमंत्री चरणजीत ¨सह चन्नी ने प्रधानमंत्री के काफिले को रोके जाने की घटना पर खेद व्यक्त कर पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए हैं। चन्नी ने कहा कि काफिले में अचानक कुछ किसान आ गए लेकिन प्रधानमंत्री के काफिले को उनसे बहुत दूर रोक लिया गया था, परंतु भाजपा के नेता इसे सुरक्षा में चूक बता रहे हैं, वह इस राजनीतिक रंगत न दें। गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए चन्नी ने कहा कि मुझे खेद है कि पीएम मोदी को फिरोजपुर जिले के दौरे के दौरान वापस लौटना पड़ा। हम अपने प्रधानमंत्री का सम्मान करते हैं, उन्हें पंजाब में कोई खतरा नहीं था। उनकी जान पर कोई खतरा आने से पहले हम अपना खून बहाने वाले लोग हैं।
उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जता रहे थे। यह सुरक्षा का मामला नहीं है। चन्नी ने कहा कि हमें रात को एसपीजी और पीएमओ की ओर से पीएम का कार्यक्रम दिया गया था उसके अनुसार प्रधानमंत्री को हेलीकाप्टर के जरिए फिरोजपुर जाना था जहां तीन हेलीपैड बनाए गए, लेकिन सुबह बारिश की वजह से एसपीजी ने अपना कार्यक्रम बदल दिया। जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि एसपीजी का प्रोटोकाल है कि जब तक उन्हें डीजीपी से क्लीयरेंस नहीं दी जाती तब तक प्रधानमंत्री का काफिला आगे नहीं बढ़ता तो चन्नी ने कहा कि पिछले पांच दिन से सारी सुरक्षा व्यवस्था आइबी, एसपीजी के पास थी जिसमें पंजाब पुलिस सहयोग कर रही थी।
सीएम ने कहा कि पीएम के सड़क मार्ग से जाने का फैसला तीनों सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर लिया है। अब अचानक कोई रास्ते में प्रदर्शनकारी आ जाएं तो उन्हें समझा बुझाकर हटाया जा सकता है। हमने कल देर रात ऐसा किया था। इसलिए इसे सुरक्षा में चूक का मामला नहीं बताना चाहिए। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का फोन आने से इन्कार किया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं समझता सब हूं पर बोलता नहीं। उन्होंने गाली दी है, पर मैं कहता हूं कि वह अच्छे आदमी हैं।
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