कैथल में सेंट्रल बैंक से किया फर्जीवाड़ा, दूसरे की जमीन दिखा ले लिया करीब 16 लाख का लोन
सात जून 2018 को फिर मनोज ने जमीन पर मालिकाना हक की जाली रिपोर्ट बैंक को दी। बैंक ने जब दस्तावेजों की जांच कराई तो पता चला कि जिस खेवट की जमाबंदी उसने ऋण के लिए बैंक को दी है, वह तो उसके नाम है ही नहीं। जब बैंक ने राजस्व रिकार्ड निकलवाया तो पाया कि इस जमीन की मारगेज डीड तो गांव मानस की एक महिला रोशनी के नाम से थी, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 1656 है। ऋण लेते समय गांव हरसौला के संदीप नाम के युवक ने मनोज की गारंटी दी थी।
सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के साथ जिस स्तर पर कृषि ऋण के नाम पर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं, उससे राजस्व कार्यालय भी शक के दायरे में आ रहा है। इस बैंक के एक पूर्व प्रबंधक की मिलीभगत तो इस पूरे रैकेट में मिली ही है, लेकिन राजस्व विभाग की रिपोर्ट के बिना बैंक किसान को ऋण जारी नहीं करता है। इस मामले में भी राजस्व विभाग के रजिस्ट्रार की जाली मुहर और हस्ताक्षर से रिपोर्ट तैयार करके बैंक को दी गई, जिस पर 13 लाख रुपये का ऋण किसान को दिया गया।
Leave A Comment
LIVE अपडेट
राज्य
Stay Connected
Get Newsletter
Subscribe to our newsletter to get latest news, popular news and exclusive updates.
0 Comments
No Comments