नई दिल्‍ली, NOI : NSE के जरिए अब भारतीय निवेशक Google, Apple और Tesla के स्‍टॉक में ट्रेडिंग कर पाएंगे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज (NSE IFSC) ने चुनिंदा यूएस स्टॉक्स में ट्रेडिंग की घोषणा की है। यह ट्रेडिंग NSE आईएफएससी प्लेटफॉर्म के जरिए होगी। स्टॉक्स में ट्रेडिंग, क्लियरेंस, सेटलमेंट और होल्डिंग IFSC अथॉरिटी के रेगुलेटरी स्ट्रक्चर के तहत होगी।

एक्सचेंज ने NSE IFSC की लिस्‍ट साझा की है, जिसमें बताया गया है कि ट्रेडिंग गुरुवार, 3 मार्च से शुरू हो गई है। इसमें 8 अमेरिकी स्टॉक शामिल हैं - अल्फाबेट (Google), Amazon, Tesla, मेटा प्लेटफॉर्म (फेसबुक), माइक्रोसॉफ्ट, Apple, नेटफ्लिक्स और वॉलमार्ट। यही नहीं दूसरी अमेरिकी कंपनियों-बर्कशायर हैथवे, एडोब, मास्टरकार्ड, जॉनसन एंड जॉनसन, वेल्स फारगो में ट्रेडिंग शुरू होने की तारीख को अलग सर्कुलर के जरिए बताया जाएगा। निवेशक Gift City में खोले गए अपने डीमैट खातों में डिपॉजिटरी रसीदें रखने में सक्षम होंगे और स्टॉक से जुड़ी कॉरपोरेट गतिविधियों का फायदा उठा सकेंगे।

रिजर्व बैंक के कॉन्‍सेप्‍ट पर है पेमेंट

यह पहल IFSC में अपनी तरह की पहली है, जहां भारतीय रिटेल इन्‍वेस्‍टर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा तय Liberalized Remittance Scheme (LRS) सीमा के तहत NSE आईएफएससी प्लेटफॉर्म पर पेमेंट करने में सक्षम होंगे।

निवेशकों के लिए सस्‍ती होगी ट्रेडिंग

एनएसई IFSC के अनुसार, यह रूट भारतीय खुदरा निवेशकों के लिए अंतरराष्ट्रीय निवेश की पूरी प्रक्रिया को आसान और कम लागत वाला बनाता है। अमेरिकी बाजारों में कारोबार करने वाले शेयरों की तुलना में निवेशकों को व्यापार करने का विकल्प प्रदान किया जाएगा, जिससे यह ट्रेडिंग उनके लिए सस्ती हो जाएगी।

FII की भारतीय बाजारों में बिकवाली जारी

दूसरी तरफ विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय शेयर बाजारों में अपनी बिकवाली जारी रखी है और एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को उन्होंने शुद्ध आधार पर 4,338.94 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की।

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