फर्रुखाबाद, NOI : कहते हैं इश्क और जंग में सब जायज है.., वैसे तो इस बात को अक्सर जात-पात और धर्म से जोड़कर देखा जाता है लेकिन यदि यही बात जेंडर को लेकर हो तो चौंकना लाजमी है। जी हां, फर्रुखाबाद में इश्क का ऐसा खुमार छाया कि पूजा ने किरन से शादी रचाने के लिए अपना जेंडर ही बदल लिया। अंकित बनकर पूजा से घर में शादी रचाई तो बखेड़ा खड़ा हो गया है। गोरखपुर में रहने वाले किरन के पिता ने पुलिस से शिकायत की तो सारा मामला सामने आ गया। 

गोरखपुर पुलिस उठा ले गई

पूर्व प्रधान बलवीर सिंह यादव फर्रुखाबाद शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सातनपुर में रहते हैं। बीते दिनों गोरखपुर से आई पुलिस उनके घर से पुत्री पूजा उर्फ अंकित और किरन को पकड़कर ले गई। थानाक्षेत्र गुलरिया में तैनात दारोगा दीनबंधु ने बताया था कि गोरखपुर के मोहल्ला बंगाई टोला रखसरवा जंगल, गोरखपुर निवासी भगेलूू प्रसाद ने पुत्री किरन गुप्ता को बहला-फुसलाकर ले जाने का मुकदमा दर्ज करा रखा है। जब किरन ने अंकित उर्फ पूजा से शादी करने की जानकारी दी तो सभी के होश उड़ गए।

इस तरह हुआ प्यार

पुलिस की पूछताछ में सामने आया रेलवे में काम करने वाले भगेलू प्रसाद कुछ समय पहले फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन में बुकिंग क्लर्क थे। इस दौरान उनका संपर्क बलवीर सिंह यादव से हुआ तो दोनों परिवारों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं। दोनों परिवारों का एक दूसरे के घर आना जाना शुरू हो गया। इससे किरन और ट्रांसजेंडर पूजा भी एक दूसरे के घर आने जाने लगीं। इस बीच दोनों में प्यार के साथ नजदीकियां बढ़नी शुरू हो गईं। पूजा और किरन ने एक दूसरे काे कभी न छोड़ने और साथ रहने का फैसला किया। लोगों की मानें तो 29 वर्षीय पुत्री पूजा का रहन-सहन और व्यवहार हमेशा लड़कों की तरह रहा। उसकी बैठक भी युवकों के साथ रहती थी। पिछले दिनों ट्रांसजेंडर पूजा ने दिल्ली के चिकत्सक से मिलकर अपना जेंडर बदलने की प्रक्रिया शुरू की और नाम बदलकर अंकित यादव रख लिया था।

घर में की शादी और मंदिर में पूरी की रस्में

बलवीर सिंह की पत्नी राजेश्वरी कहती हैं कि उनका बेटा अंकित और किरन गुप्ता बालिग हैं और किरन खुद आई थी। शादी करने का फैसला उन दोनों का है। किरन 19 जुलाई को गोरखपुर से अकेले उनके घर आई थी। 20 जुलाई को किरन और अंकित ने घर में ही शादी की। इसके बाद दोनों मऊदरवाजा स्थित काली मंदिर गए थे, जहां अन्य रस्में पूरी की कराई गईं। ट्रांसजेंडर पूजा को पूरी तरह युवक बनाने की प्रक्रिया दिल्ली के चिकित्सक के यहां चल रही। उनका आरोप है कि रेलवे कर्मी को पहले से इसके बारे में जानकारी थी, लेेकिन उन्होंने तथ्यों को छिपाकर पुलिस को गुमराह किया।

अंकित के पास दो आधार कार्ड

अंकित बनने के बाद पूजा ने अपने आधार कार्ड को संशोधित कराकर अंकित यादव के नाम से जारी करा लिया। दोनों आधार कार्ड में जन्मतिथि 18 जुलाई 1991 दर्शायी गई है। किरन गुप्ता के आधार कार्ड में जन्मतिथि 21 अगस्त 1993 गई है। पूजा के स्वजन ने किरन की ओर से एक अनुबंध पत्र भी दिखाया जो तहसील सदर से 20 जुलाई को बनवाया गया है। इसमें किरन ने बालिग होने व अंकित यादव से स्वेच्छा से शादी करने का उल्लेख किया है।

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