नाहन, NOI :  सिरमौर जिला के नाहन शिमला एनएच 907ए पर 200 मीटर में लगे रोलिंग बैरियर गार्डरेल सिस्टम को लेकर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने ट्वीट किया है। नितिन गडकरी के ट्वीट के बाद यह प्रोजेक्ट राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गया है। नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में लिखा कि नाहन से सोलन को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 907ए पर यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इस तकनीक के जरिये पहाड़ी इलाकों में हादसों पर रोकथाम लगेगी। केंद्र सरकार ने देश के पहले रोलिंग क्रैश बैरियर का ट्रायल नाहन में किया है। इस पर 3 करोड़ 67 लाख रुपये खर्च किये गए है।
पहले चरण में एनएच 503 पर 300 मीटर, जबकि एनएच 907A पर 206 मीटर रोलर क्रैश बैरियर लगाए गए हैं। एनएच 503 पर ऊना मुबारकपुर में रोलिंग बैरियर गार्ड रेल सिस्टम लगाया जाना है। फ़िलहाल नाहन में कुछ समय पहले कार्य पूरा हो गया है। सिस्टम को इंस्टाल करने के लिए इंजीनियर्स को साउथ कोरिया से आना था, जोकि मुमकिन नहीं हो पा रहा था। लिहाजा आनलाइन ही साउथ कोरिया से मागदर्शन दिया गया और 10 मार्च के आसपास स्थानीय इंजीनियर्स ने सिस्टम को सफलता पूर्वक इनस्टाल कर दिया। एक अन्य जानकारी के मुताबिक तमिलनाडु में निजी स्तर पर रोलिंग बैरियर लगाए गए है। केंद्र सरकार के स्तर पर इन्हे देश में पहली बार नाहन में स्थापित किया गया है। सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के नाहन में वाहनों को दुर्घटनाग्रस्त होने से रोकने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। इसके तहत सिरमौर के 206 मीटर एरिया में रोलर क्रैश बैरियर लगाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।

बॉक्स : क्या है सिस्टम

यह एक शॉक एब्जॉर्बिंग सिस्टम है, जो वाहन के टकराव के दौरान होने वाले इंपैक्ट को कम कर देता है। टकराने पर वाहन की स्पीड कम हो जाएगी। साथ ही वाहन वापस सड़क की तरफ दिशा बदल लेगा। वाहन के खाई में गिरने की संभावना खत्म हो जाएगी। साथ ही वाहन के क्षतिग्रस्त होने की संभावना कम होगी।

बॉक्स : आंकड़ों के मुताबिक

हिमाचल में प्रतिवर्ष 3000 के करीब सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 1200 लोगों की मृत्यु होती है। 5000 लोग घायल होते हैं। अधिकांश सड़क हादसों में वाहन खाई में लुढ़कते है। ऐसी परिस्थितियों में ये बैरियर बेहद उपयोगी साबित हो सकते है।

उधर इस संदर्भ में नेशनल हाईवे नाहन मंडल के

अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि रोलर क्रैश बैरियर में टकराने से गाड़ी को नुकसान नहीं होगा। रफ़्तार कम होने के साथ ही गाड़ी गिरने के बजाय फिर रोड पर आ जाएगी, जिससे दुर्घटना होने की संभावना शून्य के बराबर होगी। उन्होंने कहा कि जहां रोलर क्रैश बैरियर लगाए गए हैं, वहां 4 सीसी टीवी कैमरे लगाए गए है, ताकि फुटेज देखकर पता चलेगा कि दुर्घटना को रोकने में बैरियर कितने कारगर हैं। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम में तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था है।

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