गाजियाबाद, NOI :  16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाएगा। दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले में धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया जाता है। जिले में कई ऐसे भगवान हनुमान के मंदिर हैं, जहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। भक्तों के यहां जाने से भगवान हनुमान सभी के दुख-दर्द हर लेते हैं। आइए हम आपको बताते हैं, वो ऐसे मंदिर जहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। इन मंदिरों में प्रार्थना करके भक्तों की मन्नत पूरी हो जाती है।

चौधरी मोड़ का हनुमान मंदिर

गाजियाबाद जिले के चौधरी मोड़ पर स्थित एक हनुमान मंदिर है। भक्तों और ज्योतिषों के बीच इस मंदिर की काफी मान्यता है क्योंकि यह दक्षिणमुखी है। मंगलवार ओर शनिवार को यहां भक्तों की कतार लगी रहती है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस जगह पर काफी सड़क हादसे हुआ करते थे, किसी बुजुर्ग ब्राह्मण ने यहां विधि-विधान से भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित करा दी, जिसक बाद हादसे होना बंद हो गए। उनका कहना है कि इलाके के कई दुकानदार और सड़क पर निकलने वाले लोग अपने काम पर जाने से पहले इस मंदिर में मत्था टेकते हैं।

मेरठ रोड का मंदिर

नेशनल हाईवे-58 पर मेरठ रोड पर स्थित यह मंदिर भी श्रद्धालुओं के बीच खासा प्रसिद्ध है, यह गाजियाबाद शहर से करीब आठ किमी दूर है। यहां की भी चौधरी मोड़ मंदिर की तरह ऐसी ही मान्यता है कि सड़क हादसे होने की वजह से यहां मंदिर का निर्माण कराया था, जिसके बाद एक्सीडेंट होना बंद हो गए। मान्यता है कि एक हादसे में परिवार के दो लोग घायल हो गए थे और एक की हो गई थी। उस दौरान उसी परिवार के एक बुजुर्ग को हनुमान जी ने सपने में दर्शन दिए और कहा कि यदि यहां हनुमान जी का एक मंदिर स्थापित कर दिया जाए तो सड़क हादसे बंद हो जाएंगे। इसके बाद यहां एक मंदिर की स्थापना कराई गई। मान्यता है कि सच्चे मन से अपनी मांगने वाले की हर मुराद पूरी होती है।

विजय नगर का हनुमान मंदिर

विजय नगर इलाके के सेक्टर-11 कॉलोनी में स्थित बालाजी मंदिर भी सैकड़ों साल पुराना बताया जाता है। मान्यता है कि जो भक्त मंगलवार और शनिवार को आकर भगवान हनुमान की पूजा करते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है। मंदिर के महंत ने बताया कि यह काफी पुराना और प्रसिद्ध बालाजी मंदिर है। हनुमान जन्मोत्सव पर इसका महत्व और बढ़ जाता है।

चोपला का मंदिर

गाजियाबाद शहर के मेन बाजार चोपला में स्थित हनुमान मंदिर भी भक्तों में काफी प्रसिद्ध है, यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है। मंगलवार और शनिवार को यहां भक्त बड़ी संख्या में आते हैं। यह मंदिर सैकड़ों साल पुराना बताया जाता है। मान्‍यता है कि इस मंदिर में कोई भक्त यदि सच्चे मन से प्रसाद चढ़ाकर हनुमान जी की पूजा-अर्चना करता है तो बजरंग बली उससे खुश होकर उसकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं।

हनुमान दुर्गा मंदिर

लोनी तिराहे पर स्थित हनुमान दुर्गा मंदिर भक्तों के लिए आस्था का प्रतीक है। मंदिर की स्थापना 1970 में हुई थी। यहां बगवान हनुमान संकट मोचन रूप में विराजमान हैं। मान्यता है कि यहां मां का रूप लेकर किसी बालिका ने मंदिर की नींव रखी थी। मंदिर परिसर में मां दुर्गा के साथ हनुमान विराजमान हैं।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement