जयपुर, NOI :  राजस्थान के करौली में हुए उपद्रव के बाद से तुष्टिकरण के आरोप झेल रही अशोक गहलोत सरकार ने हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर शनिवार को मंदिरों में सुंदरकांड के पाठ करवाए। सुंदरकांड के पाठ करवाने का पूरा खर्च सरकार के देवस्थान विभाग ने वहन किया। मंदिरों में सीएम अशोक गहलोत की बड़ी-बड़ी तस्वीरें लगाई गईं। प्रदेश के कुल 550 मंदिरों में पंडितों द्वारा सुंदरकांड के पाठ करवाने के साथ ही हवन भी करवाया गया। गहलोत सरकार के मंत्री और विधायकों ने हनुमान मंदिरों में पूजा-अर्चना की। खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने आठ किलोमीटर की शोभायात्रा निकाली। खुद शोभायात्रा में शामिल हुए। देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत जयपुर के रामचंद्रजी के मंदिर में पहुंची और पूजा-अर्चना की। उन्होंने खुद सुंदरकांड का पाठ किया। इस मौके पर रावत के कहा कि सीएम अशोक गहलोत चाहते हैं कि इस तरह के धार्मिक आयोजन निरंतर हों और लोगों की खुशहाली के लिए मंदिरों में पूजा करवाई जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाती है। भाजपा अपने नेताओं के पाठ करती है, वहीं कांग्रेस देवी-देवताओं के पाठ करती है।

जलदाय मंंत्री ने की पूजा-अर्चना

जलदाय मंत्री महेश जोशी ने भी जयपुर के चांदपोल हनुमान मंदिर और खोले के हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने समर्थकों के साथ हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। सरकार में विभिन्न बोर्ड व निगमों के अध्यक्ष व सदस्य भी सुंदरकांड के पाठ में शामिल हुए। उधर, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने गहलोत सरकार द्वारा मंदिरों में सुंदरकांड के पाठ करवाए जाने को दिखावा बताते हुए कहा कि करौली में बहुसंख्यकों के साथ अन्याय किया गया। उन्हें गलत मुकदमों में फंसाया जा रहा है। अब प्रचार के लिए मंदिरों में सुंदरकांड के पाठ करवाने की चाल को जनता समझती है। प्रदेश में करौली हिंसा पर इन दिनों सियासी दल एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं।

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