मनाली, NOI :  Himachal Pradesh Snow Destinations, हिमाचल प्रदेश की बर्फीली वादियां अति उत्‍साह में जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। गर्मियों की छुट्टियां मनाने कुल्लू मनाली आ रहे हैं तो रोमांचित करने वाली खेलों में सावधानी बरतें। विशेषकर बर्फ के ऊपर रोमांच का आनंद लेना चाहते हैं तो जरा सावधान हो जाएं। प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें। पैराग्लाइडिंग व राफ्टिंग खेल रोमांच के साथ साथ जोखिम से भी भरी हैं। बर्फ की खेलों सहित साहसिक खेलों का आनंद लेना चाहते हैं तो पर्यटन विभाग से पंजीकृत ट्रेवल एजेंसियों व लाइसेंस प्राप्त धारकों के माध्यम से ही घूमने निकलें। इसके अलावा मौके पर तैनात पुलिस जवानों का कहना माने। मनमानी आपकी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। खतरे वाले स्थान पर न जाएं। नदी नालों से दूर रहें। ऐसा करने से आप सुरक्षित तरीके से इन रोमांच से भरी खेलों का आनंद उठा सकते हैं।
अप्रैल महीना शुरू होते ही धरती गर्म होना शुरू हो जाती है और बर्फ ऊपरी परत के साथ साथ भूमि की सतह से भी पिघलने लगती है। हालांकि पहाड़ों में अभी भी तापमान रात के समय माईनस पर ही चल रहा है लेकिन अप्रैल महीना होने के कारण धरती की परत गर्म होने से व दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी होने से बर्फ भीतर तक नर्म हो गई है। इन दिनों खाई या नालों में ही बर्फ के अधिक ढेर लगे हैं। बर्फ के ऊपर चलने से स्थानीय पर्यटन कारोबारी से पहले पता कर लें कि बर्फ की परत में धंसने का खतरा तो नहीं है। खतरे वाले स्थान से दूरी बनाकर रखें। नाले के ऊपर ग्‍लेशियर पर चलने का जोखिम कतई न उठाएं। आपका भार पड़ते ही टूट सकते हैं और हादसा हाे सकता है।

अधिक जोखिम भरा है रोहतांग दर्रे का नार्थ पोर्टल

अटल टनल बनने से पहले सभी पर्यटक मढ़ी व रोहतांग में बर्फ की खेलों का आनंद उठाते थे। रोहतांग की ओर सागू फाल को छोड़कर बाकी जगह खतरा नहीं होता है लेकिन कोकसर की ओर अधिकतर नालों में ही बर्फ होती है। इन स्थानों में बर्फ में धंसने का खतरा अधिक है। बर्फ का रोमांच लेने के लिए रोहतांग दर्रे से अधिक सुरक्षित कोई स्थान नहीं है। हालांकि रोहतांग का सफर जोखिम भरा रहता है। लेकिन बर्फ का आनंद लेने में कोई जोखिम नहीं है। बीआरओ अगले सप्ताह रोहतांग दर्रे को बहाल कर रहा है। प्रशासन जल्द ही इस दर्रे को बहाल कर देगा।

क्‍या कहता है प्रशासन

एसडीएम मनाली एवं डीटीडीओ कुल्लू डा. सुरेन्द्र ठाकुर ने कहा रोहतांग दर्रा अगले सप्ताह तक पर्यटकों के लिए बहाल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा पर्यटन विभाग साहसिक गतिविधियों का संचालन करने वाले उन लोगों को ही लाइसेंस प्रदान करता है जो अटल बिहारी संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। पर्यटन विभाग की सभी औपचारिताएं पूरी करने के बाद ही साहसिक गतिविधियों का संचालन की अनुमति दी जाती है।

हादसे के बाद और सजग हुआ प्रशासन

कोकसर में बर्फ में धंसने से खाई में गिरी युवती की मौत के बाद लाहुल स्पीति प्रशासन गंभीर हो गया है। लाहुल स्पीति उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि पर्यटन स्थलों में पुलिस जवान तैनात किए हैं। पर्यटकों से आग्रह है कि खतरे वाले स्थान पर पुलिस जवान की मनाही के बाद न जाएं। दिशा निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित तरीके से बर्फ का आनंद लें। स्थानीय पर्यटन कारोबारियों से भी आग्रह है कि वो पर्यटकों को खतरों से सावधान करने में प्रशसन की मदद करें।

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