इंदौर, NOI :  रामनवमी पर हुए दंगों की वजह से खरगोन में इन दिनों कर्फ्यू लगा हुआ है। छात्र-छात्राएं परीक्षा देने केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। 22 मार्च से 10 मई के बीच बीए, बीकाम, बीएससी सहित अन्य पाठ्यक्रम की अंतिम व द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं चल रही हैं। विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षाएं प्रभावित हो गई हैं। अब विद्यार्थियों की परेशानी को देखकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने स्नातक पाठ्यक्रम की परीक्षाएं स्थगित कर दी। अधिकारियों के मुताबिक सिर्फ खरगोन शहर में होने वाली परीक्षाएं आगे बढ़ाई हैं।

अधिकारियों के मुताबिक खरगोन में परीक्षा के लिए दो केंद्र बनाए थे, जहां 510 छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित हुए हैं। परीक्षा विभाग के उपकुलसचिव ने बताया कि सिर्फ खरगोन शहर में होने वाली परीक्षाएं आगे बढ़ाई हैं। शेष प्रश्न पत्र मई में करवाएंगे। इसमें विधि पाठ्यक्रम की परीक्षाएं भी शामिल हैं।

मालूम हो कि 10 अप्रैल को रामनवमी पर खरगोन में यात्रा निकाली गई, जहां यात्रा मार्ग पर एक अन्य समुदाय की तरफ से पथराव किया गया। शहर में शांति बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है। पहले दो प्रश्न पत्र विश्वविद्यालय ने आगे बढ़ाएं, लेकिन सप्ताहभर बीतने के बावजूद स्थिति सामान्य नहीं हुई है। अब विश्वविद्यालय ने स्नातक पाठ्यक्रम की सारी परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला लिया। सोमवार को विश्वविद्यालय ने अधिसूचना भी जारी कर दी।

इंदौर में एक साथ 25 केंद्रों पर शुरू होगी डीईटी परीक्षा

कोरोना महामारी की वजह से दो साल बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) पीएचडी में प्रवेश के लिए डाक्टरल एंट्रेंस टेस्ट (डीईटी) करवाने जा रहा है। मंगलवार को सुबह 11.30 बजे एक साथ 25 केंद्रों पर परीक्षा शुरू होगी, जिसमें आइएमएस, आइआइपीएस, ईएमआरसी, ला, पत्रकारिता, आइईटी सहित कई विभाग शामिल है। परीक्षा में 6347 उम्मीदवार आएंगे। इन परीक्षार्थियों को कम से कम आधा घंटे पहले केंद्रों पर पहुंचना होगा। ताकि परीक्षा से जुड़ी सारी प्रक्रिया पूरी कर सके।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नियमानुसार प्रत्येक विश्वविद्यालय को साल में दो बार पीएचडी की प्रवेश परीक्षा करवाना है, लेकिन डीएवीवी ऐसा नहीं कर पा रहा है। आखिरी बार दिसंबर 2019 में पीएचडी की परीक्षा करवाई गई थी। वह भी 22 महीनों बाद करवाई गई थी। अधिकारियों के मुताबिक 2022 में दो बार परीक्षा करवाई जाएगी। अप्रैल में डीईटी होने के बाद दिसंबर में परीक्षा होगी। इसके लिए तैयारियां अगस्त से शुरू करेंगे।

डीएवीवी में 44 पीएचडी विषयों की 1215 सीटें खाली है। लगभग 325 गाइड की है, जिनके अधीन उम्मीदवार शोध शुरू कर सकेंगे। वैसे परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय ने गाइडलाइन जारी कर रखी है। डीईटी प्रभारी के मुताबिक परीक्षा के बीस से पच्चीस दिन के भीतर रिजल्ट निकाला जाएगा, क्योंकि जुलाई से चयनित उम्मीदवार के कोर्स वर्क की कक्षाएं शुरू कर सके।

गाइडलाइन

- परीक्षा केंद्रों पर सुबह 11 बजे तक परीक्षार्थियों को पहुंचना है।

एडमिट कार्ड के अलावा परीक्षार्थियों को पहचान पत्र भी रखना अनिवार्य है।

- परीक्षा में काले-नीले रंग का पेन इस्तेमाल कर सकते है।

- मोबाइल-स्मार्ट वाच, साइंटिफिक क्लेकुलेटर पूरी तरह प्रतिबंधित है। बल्कि सामान्य केल्कुलेटर की छूट रखी है।

- दोपहर 12 बजे आने वाले उम्मीदवार को

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