जालंधर NOI :  प्रदेश में सरकारी बसों के चक्का जाम ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। बुधवार को रोडवेज के कान्ट्रैक्ट कर्मचारी हड़ताल पर गए थे, लेकिन वीरवार को पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) के कान्ट्रैक्ट कर्मचारी भी सुबह 10 बजे से इस हड़ताल में शामिल हो गए हैं। हालांकि बुधवार को ही हड़ताली कर्मचारियों का वेतन जारी कर दिया गया था, बावजूद इसके हड़ताल खत्म नहीं की गई है। हड़ताल पर बैठे कान्ट्रैक्ट कर्मचारी अब मोगा डिपो का ड्यूटी रोस्टर चंडीगढ़ की बजाय मोगा को ही वापस करने एवं चंडीगढ़ डिपो के फारिग किए गए दो कर्मचारियों को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। कान्ट्रैक्ट कर्मचारियों के हड़ताल पर रहने की वजह से पंजाब रोडवेज की तरफ से अपने पक्के मुलाजिमों के साथ कुछ एक बसों को ही रूट पर भेजा गया है। पंजाब रोडवेज जालंधर डिपो से तीन बसें चंडीगढ़ एवं एक बस अमृतसर के लिए भेजी जा सकी है। हालांकि इस डिपो से रोजाना 70 के लगभग बसों को रूट पर रवाना किया जाता है।

निजी एवं अन्य राज्यों की बसें कूट रही हैं चांदी

पंजाब में पंजाब रोडवेज एवं पीआरटीसी बसों का चक्का जाम होने की वजह से निजी एवं अन्य राज्यों की बसें चांदी कूट रही हैं। प्रदेश के भीतर यात्री मात्र निजी बसों में और अंतर राज्य रूटों पर अन्य राज्यों की बसों में सफर करने को मजबूर हैं।

पंजाब रोडवेज वर्कशॉप में बसों की कतारें

कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों के हड़ताल पर होने की वजह से वर्कशॉप से मात्र 4 बसों को ही रूट पर भेजा जा सका जिसके चलते पंजाब रोडवेज वर्कशॉप में बसों की लंबी कतारें लग गई हैं। वर्कशॉप के गेट पर ही हड़ताल कर रहे कर्मचारी बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।

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