Lalu Yadav और राबड़ी देवी के 17 ठिकानों पर सीबीआइ का छापा, मीसा भारती भी मुश्किल में; तेजस्वी अभी लंदन में
महिला अफसर पहुंचीं, करेंगी पूछताछ
यूं तो सीबीआइ अफसर राबड़ी देवी के आवास में सुबह 6.30 बजे से ही पहुंच गई थी। लेकिन, टीम को अंदर कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बाद में सीबीआइ के और अफसर भी बारी-बारी राबड़ी आवास पर पहुंचते रहे। सुबह पौने नौ बजे के करीब एक महिला अफसर भी राबड़ी आवास पहुंचीं। बताया जा रहा है कि यह अफसर राबड़ी आवास पर मौजूद महिलाओं से पूछताछ करेंगी।
खटाल की भी जांच कर रहे सीबीआइ अफसर
बताया जा रहा है कि सीबीआइ के अफसर खटाल की भी जांच कर रहे हैं। आरोप है कि रेलवे में नौकरी के बदले लालू यादव ने लोगों से उनकी जमीन अपने नाम कराई। खटाल की जमीन के बारे में भी ऐसी ही बात कही जा रही है। यह छापेमारी ऐसे वक्त में हो रही है, जब लालू यादव - राबड़ी देवी के छोटे बेटे तेजस्वी यादव पटना में नहीं हैं। वे दो दिन पहले लंदन रवाना हुए थे। लालू यादव खुद फिलहाल दिल्ली में अपनी बड़ी बेटी और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के आवास पर हैं। बताया जा रहा है कि पटना के अलावा बिहार के गोपालगंज, दिल्ली और भोपाल में भी यह छापेमारी चल रही है।
नींद भी नहीं खुली थी, और सीबीआइ ने दी दस्तक
पटना के 10, सर्कुलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई की छापेमारी चल रही है। सुबह जब सीबीआइ के अफसर यहां पहुंचे तो घर के लोग अभी ठीक से जग भी नहीं पाए थे। सीबीआइ अफसरों ने राबड़ी देवी के आवास में प्रवेश करते ही दरवाजे बंद करा दिए। इसके बाद न तो किसी को अंदर से बाहर और न किसी को बाहर से अंदर जाने की इजाजत दी गई। सीबीआइ के एक अफसर छापेमारी शुरू होने के करीब एक घंटे बाद राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे। राबड़ी देवी आवास के बाहर सीबीआइ के अफसरों को लेकर आईं कम से कम तीन गाड़ियांं लगी हैं, जिनमें एक झारखंड नंबर की गाड़ी भी शामिल है। इसके बाद भी कुछ अफसर यहां आते रहे।
वकील और समर्थकों का आना जारी
राबड़ी देवी के आवास पर छापेमारी की खबर मिलते ही लालू समर्थकों और राजद के नेताओं- विधायकों का वहां आना शुरू हो गया। यहां बढ़ती भीड़ को देखकर बैरिकेडिंग कराई जा रही है। घर के अंदर और बाहर पुलिस को तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि लालू यादव के दो वकील भी मौके पर पहुंचे हैं।
तेज प्रताप यादव के समर्थक कर रहे नारेबाजी
राबड़ी देवी के आवास के बाहर जुटे तेज प्रताप यादव के समर्थक कार्रवाई बंद करो का नारा लगा रहे हैं। इधर, राबड़ी आवास पहुंचे लालू समर्थकों का कहना है कि यह बहुत पुराना मामला है और इसमें केवल परेशान करने के लिए ऐसी कार्रवाई की जा रही है। राजद समर्थकों का कहना है कि इस मामले में सीबीआइ के पास कोई सुबूत नहीं हैं।
पांच साल रेल मंत्री रहे थे लालू यादव
लालू यादव संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार में 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे। इस दौरान उनपर कई तरह के घोटालों में शामिल होने के आरोप लगे थे। सीबीआइ इन मामलों में पहले से जांच कर रही है। इन मामलों में पहले भी छापेमारी हो चुकी है।
राजद विधायक ने सरकार को घेरा
तेजस्वी यादव के करीबी और महुआ से राजद विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि यह परेशान करने की नीयत से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड और सृजन घोटाला में क्या हुआ? जो कई वर्ष से सत्ता से बाहर है, उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों हो रही है?
मीसा भारती पर भी कस सकता है शिकंजा
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, पटना के साथ दिल्ली और गोपालगंज में भी छापेमारी हुई है। बताया जा रहा है कि लालू के रेलमंत्री के कार्यकाल के दौरान भर्ती में अनियमितताओं को लेकर भ्रष्टाचार का एक नया मामला दर्ज किया गया है। लालू के अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्यों को नए मामले में आरोपी बनाया गया है। सूत्रों का कहना है कि लालू और मीसा भारती के खिलाफ नया केस दर्ज किया गया है। सीबीआई ने इस मामले की प्रारंभिक जांच की थी, जिसके बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। दिल्ली और बिहार मिलाकर कुल 17 जगहों पर सीबीआई की टीम छापेमारी कर रही है। हालांकि सीबीआई की तरफ से अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
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