नई दिल्ली, NOI :- कोरोना महामारी के मोर्चे पर देश में फिलहाल बड़ी राहत है। कोरोना वायरस का प्रसार नियंत्रण में है, मौतें कम हो रही हैं और जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। स्थिति में तेजी से सुधार हो और महामारी दोबारा लौट के न आए, इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने टीकाकरण को गति देने के लिए बुधवार से विशेष अभियान शुरू किया। ‘हर घर दस्तक 2.0’ अभियान के दूसरे चरण में वृद्ध आश्रमों, स्कूलों, कालेजों और जेलों में टीकाकरण पर खास ध्यान दिया जाएगा। पिछले साल नवंबर में शुरू किए गए विशेष टीकाकरण अभियान के पहले चरण के अनुभवों को एक जून से 31 जुलाई के बीच चलने वाले दूसरे चरण में लागू किया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इसे मिशन मोड में लेने की सलाह दी गई है। साथ ही कोरोना वायरस के खिलाफ सभी पात्र लोगों को टीके का सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए सघन अभियान चलाने को कहा गया है। ‘हर घर दस्तक 2.0’ अभियान का मुख्य मकसद घर-घर जाकर सभी पात्र लोगों को पहली, दूसरी और सतर्कता डोज लगाना है। इसमें 12-14 वर्ष आयुवर्ग के टीकाकरण को गति देने और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज लगाने पर विशेष जोर दिया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, वृद्ध आश्रमों, स्कूलों, कालेजों, जेलों, ईंट भट्टों जैसी जगहों पर खासतौर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कोशिश यह भी है कि 12-18 वर्ष आयुवर्ग का कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहने पाए, भले ही वह स्कूल जाता हो या नहीं।

राज्यों को निगरानी बढ़ाने की सलाह

मंत्रलय ने सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने की सलाह दी है। टीकाकरण के लिए जिला, ब्लाक और ग्राम स्तर पर योजना बनाने को कहा है। निजी अस्पतालों में 18-59 वर्ष के लोगों को लगाई जा रही सतर्कता डोज की स्थिति की भी समीक्षा करते रहने को कहा है।

15 साल से अधिक उम्र के 96.3 प्रतिशत लोगों को पहली डोज लगी

मंत्रालय के मुताबिक देशभर में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 193.57 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। 15 साल से अधिक उम्र के 96.3 प्रतिशत लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि इस आयुवर्ग के 86.3 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।

महामारी के खिलाफ मिशन इंद्रधनुष से प्रेरित है यह विशेष अभियान

कोरोना वायरस के खिलाफ विशेष अभियान चलाने की प्रेरणा मिशन इंद्रधनुष से मिली है, जिसमें नवजात बच्चों व माताओं को विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगाए जाते हैं। इसके साथ ही प्रचार प्रसार भी किया जाता है, साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए घर-घर अभियान चलाया जाता है।

भारत के टीकाकरण अभियान और कई देशों को मदद की विश्वभर में सराहना

कोरोना महामारी के खिलाफ भारत के टीकाकरण अभियान की संयुक्त राष्ट्र और डब्ल्यूएचओ से लेकर दुनियाभर में सराहना हुई है। इतनी बड़ी आबादी को कम समय में वैक्सीन सुरक्षा प्रदान करने के लिए देश के नेतृत्व की तारीफ की गई है। भारत ने न सिर्फ अपने लोगों को वैक्सीन की सुरक्षा प्रदान की, बल्कि दूसरे देशों को भी बड़े स्तर पर टीके मुहैया कराए।

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