रोहतक, NOI :- अमरनाथ यात्रा के लिए रोहतक से 150 श्रद्धालु गए हैं। लेकिन सभी के सकुशल होने की सूचना मिली है। स्वजन व रिश्तेदार भी वहां गए श्रद्धालुओं का हालचाल जान रहे हैं। वहां बादल फटने की घटना के चलते श्री हर हर महादेव सेवा मंडल की ओर से चलाई जाने वाली लंगर सेवा प्रभावित हुई। बादल फटने से लंगर का शिविर तहस-नहस हो गया है और सामग्री आदि नष्ट हो गई है। हालांकि वहां बचाव कार्य चल रहा है।
शिविर तहस-नहस हर हर महादेव सेवा मंडल रोहतक के जिला प्रधान राजेश नारंग ने बताया कि वे हर हर महादेव सेवा मंडल मानसा पंजाब वालों के साथ ही जुड़े हुए हैं। मानसा वालाें का ही शिविर तहस-नहस हुआ है। इसी शिविर के लिए हर साल रोहतक से सेवक खाद्य सामग्री भेजते हैं। उधर, रोहतक जिला से अमरनाथ यात्रा के लिए इस बार लगभग 1000 लोगों ने पंजीकरण कराया हुआ है। पिछले दो साल में काेरोना काल के चलते यात्रा बंद रही थी। ऐेसे में इस बार काफी श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है।
बचाव कार्य जारी जानकारों की मानें तो इनमें से करीब 150 श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए गए हुए हैं। नारंग ने बताया कि अभी तक सभी के सकुशल होने की सूचना मिल रही है। घटना के बाद श्रद्धालुओं में थोड़ा सा डर जरूर बना है लेकिन श्रद्धा के आगे यह डर कुछ भी नहीं है। इसके अलावा शिविर में बचाव कार्य भी चल रहा है। यात्री के अनुसार
उधर, हाल ही में अमरनाथ यात्रा से लौटे रोहतक के माडल टाउन निवासी 53 वर्षीय दलीप सिंह वैद्य ने बताया कि वे 40 साल से लगातार जा रहे हैं। बादल फटने की यह घटना गुफा के निकट ही हुई है। वहीं पर लंगर आदि के लिए शिविर लगे हुए हैं। वहां बरसाती पानी की निकासी के लिए प्राकृतिक रास्ता बना है। जिसके दोनों तरफ शिविर लगते हैं। वहां चारों तरफ पहाड़ है और बारिश भी अधिक होती है। पिछले साल भी वहां बादल फटने की घटना हुई थी। रोहतक के ओमेक्स सिटी निवासी 33 वर्षीय अंकुर का कहना है कि वहां मौसम समय समय पर परिवर्तित होता रहता है। बारिश कभी भी हो सकती है।

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