चंडीगढ़ NOI :-  सात अगस्त का दिन पूरे देश के लिए एतिहासिक दिन है। क्योंकि बीते साल इस दिन जैवलियन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओंलिपिक में भारत के लिए एथलेटिक्स में पहला गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था। उस ऐतिहासिक लम्हें को ताजा रखने के लिए एथलेटिक फेडरेशन आफ इंडिया ने सात अगस्त को नेशनल जैवलिन डे मानने की घोषणा ने की है। चंड़ीगढ़ में भी सात अगस्त को जैवलियन थ्रो चैंपियनशिप के आयोजन के साथ साथ बड़ा सेलिब्रेशन किया जाएगा। यह कार्यक्रम सेक्टर- 7 स्थित स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में किया जाएगा।
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सेक्टर-42 के पीजी कालेज फार गर्ल्स में एक वर्कशाप का आयोजन किया गया। यह वर्कशाप स्कूल के छात्रों में जैवलियन थ्रो के प्रति जागरूकता लाने व उन्हें इस खेल के प्रति आकर्षित करने के मकसद से एसोसिएशन की तरफ से शहर के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के स्पोर्ट्स टीचर्स के लिए आयोजित की गई थी। इसमें 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कालेज की प्रिंसिपल निशा अग्रवाल मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुईं, जबकि कालेज के डीन सुरेश कुमार व अर्जुन अवार्डी एथलीट बाबा बलविंदर सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर विशेष रूप से डिज़ाइन किया फाइबर का किड्स जैवलियन भी लांच किया गया। इसी जैवलियन का इस्तेमाल सात अगस्त को होने वाले जैवलियन मुकाबलों में 8 से 14 वर्ष तक आयु वर्ग के लिए किया जाएगा।
एथलेटिक एसोसिएशन चंडीगढ़ के सचिव जसपिंदर सिंह व टेक्नीकल कमेटी के प्रमुख डा. रामनिवास ने स्पोर्ट्स टीचर्स को बच्चो में जैवलियन के प्रति उत्साह लाने और अधिक से अधिक पार्टिसिपेशन करवाने की अपील भी की। उन्होंने बताया कि अलग-अलग 9 आयु वर्गों में मुकाबले होंगे, जिसमें 2000 से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने का लक्ष्य रखा गया है। चैंपियनशिप में हर एक आयुवर्ग में पहले 10 प्रतिभागियों को प्राइज दिया जाएगा।

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