डाडासीबा अस्पताल में नहीं हो रहे अल्ट्रासाउंड व टेस्ट, मरीजों को निजी लैब का करना पड़ रहा रूख
ग्रामीणों ने हरप्रीत व गोलू पक्का टियाला ने बताया हम सुबह से ही लैब के बाहर खड़े होकर इंतजार कर रहे थे हमारे टेस्ट अस्पताल में नहीं हो पाए हमें बाजार में निजी लैब में पैसे देकर टेस्ट करवाने पड़े। उधर, डाडासीबा अस्पताल मे ग्रामिणों की चिरकाल से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए प्रदेश उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर के कथक प्रयासों से गत करीब साल पहले 15 लाख रुपये की लागत से अल्ट्रासाउंड मशीन तो स्थापित कर दी थी। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि विभाग ने इतना लंबा वक्त बीत जाने के पश्चात भी उक्त अल्ट्रासाउंड मशीन पर विभाग ने स्थाई तौर पर रेडियोलाजिस्ट का पद नहीं भरा है। लिहाजा हर रोज उप मंडल भर के दर्जनों मरीज अल्ट्रासाउंड टेस्ट के लिए वापस खाली हाथ लौट रहे हैं।
वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने डाडासीबा अस्पताल में गत जुलाई 2021 के महीने मे 15 लाख की लागत से अल्ट्रासाउंड मशीन को क्षेत्र की जनता को समर्पित किया था परंतु इस अस्पताल में आज तक रेडियोलाजिस्ट का पद भरना ही सरकार भूल चुकी है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है पिछले आठ महीनों से लगातार रेडियोलाजिस्ट न होने से लोगों को सुविधा नहीं मिल पा रही आठ महीने पहले दूर-दूर के गांवों के लोग हर बुधवार को पर्ची की डेट लेकर यहां अस्पताल आते थे और घंटों घंटों इंतजार करके वापस चले जाते थे। स्थानीय लोगों ने सरकार से अनुरोध किया है की सरकार ने अल्ट्रासाउंड तो दे दिया। लेकिन रेडियोलॉजिस्ट का पद न भरने से यह लाखों रुपये की अल्ट्रासाउंड मशीन किस काम की है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द रेडियोलजिस्ट का पद भरा जाए जिससे लोगों को सुविधा मिल सके ।
यह बोले डाडासीबा के प्रधान
पंचायत डाडासीबा के प्रधान पंडित परमेश्वरी दास ने बताया है पिछले दो दिनों से सिविल अस्पताल की लैब में टेस्ट नहीं हो रहे लोगों को पैसे देकर टेस्ट बाहर करवाने पड़ रहे हैं व पिछले आठ महीनों से लोगों के रेडियोलाजिस्ट न होने से अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे। ग्रामीणों को होशियारपुर ,तलवाड़ा व मेडिकल कालेज टांडा में अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए जाना पड़ रहा है। उन्होंने उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर से मांग की है शीघ्र रेडियोलजिस्ट का पद भरा जाए ताकि लोगों को सुविधा मिल सके।
क्या कहते हैं अधिकारी
बीएमओ का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे डाक्टर पंकज कौंडल ने बताया एसएलटी की ट्रांसफर हो गई है और एनआरएचएम बीमारी की वजह से लीव पर है शीघ्र ही डेपुटेशन द्वारा ड्यूटी लगाई जाएगी व जो रेडियोलॉजिस्ट यहां आते थे वह बिलासपुर चले गए हैं। उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई हैं।
Leave A Comment
LIVE अपडेट
राज्य
Stay Connected
Get Newsletter
Subscribe to our newsletter to get latest news, popular news and exclusive updates.
0 Comments
No Comments