जयपुर NOI :- राजस्थान में भरतपुर जिले की आदिब्रदी और कनकांचल के पहाड़ों में खनन के खिलाफ संतों ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है। संतों ने कहा कि सरकार ने कागजों में तो वैध खनन कार्य पर रोक लगा दी । लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से अभी अवैध खनन जारी है। संत समाज की ओर से भरतपुर जिले के खोह पुलिस थाने में एक शिकायत दी गई है जिसमें प्रदेश के खान मंत्री प्रमोद जैन भाया, शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान, खान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल और सरकार से मिली लीज की आड़ में अवैध खनन करने वाले व्यवसायी प्रभुदयाल सोनी के के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आग्रह किया गया है। संतों का आरोप है कि विजयदास के आत्मदाह के लिए दो मंत्री, एक अफसर और एक व्यवसायी जिम्मेदार है।
इन सभी के खिलाफ संत विजयदास को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया जाना चाहिए। संत गोपेश्वर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर जाहिदा को मंत्रिमंडल से हटाने और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। ऐसा नहीं करने पर उन्होंने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। इस बीच 23 जुलाई,2022 को संत विजयदास की मौत के बाद शुक्रवार को पसोपा गांव के पशुपतिनाथ मंदिर में श्रीमद्भागवत शांति यज्ञ कथा का आयोजन होगा । संतों ने इस मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है।

तीन संतों ने पुलिस में दी शिकायत

बरसाना में मान मंदिर के संत राधाकांत शास्त्री, संत सुनील दास और संत दीनदायाल दास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक अक्टूबर,2021 को दोनों पहाड़ियों के संरक्षण का आश्वासन दिया था। सीएम ने खनन बंद करने के लिए भी कहा था। लेकिन खान मंत्री और अतिरिक्त मुख्य सचिव ने नौ महीने तक सीएम का आदेश लागू नहीं होने दिया  वहीं जाहिदा के पुत्र के नाम से दो खनन पट्टें हैं,लेकिन वह अवैध खनन भी करते रहे हैं। संतों ने कहा कि व्यवसायी सोनी के साथ कई नेताओं और अफसरों की बेनामी हिस्सेदारी है।

दीनदायाल दास ने कहा कि दो साल में दो नए क्रेशर लगाए गए हैं। पहाड़ियों को अवैध रूप से काटा गया है। नेताओं और अफसरों की शह पर खनन माफियाओं ने जमकर अवैध खनन किया है। उन्होंने कहा कि संत दोनों पहाड़ियों को बचाने के लिए पिछले 12 साल से संघर्ष कर रहे हैं। 555 दिन तक तो धरना दिया गया। लेकिन फिर भी खनन बंद नहीं हुआ तो संत विजयदास ने 20 जुलाई को आत्मदाह कर लिया। उपचार के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

पर्यटन विभाग सक्रिय हुआ

पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह खनन कार्य बद कर क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय को बढ़ाने की तैयारी तेज कर दी है। पर्यटन विभाग के निदेशक वी.पी.सिंह ने अधिकारियों के साथ दौरा कर दोनों पहाड़ों एवं आसपास के स्थान को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की संभावनाओं को तलाशा। सिंह ने बुधवार को इस बारे में वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की ।

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