पटना NOI N :-  राजधानी में कोरोना संक्रमण के बाद इस बार भव्य तरीके से भगवान गणेश का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। मुंबई के लालबाग के राजा भगवान गणपति का दरबार 31 अगस्त से श्रद्धालुओं के लिए सजेगा। गणेश उत्सव पर लालबाग के राजा श्रद्धालुओं को दर्शन देकर उनके कामनाएं पूरी करेंगे। लालबाग के राजा भगवान गणपति की प्रतिमा 26 अगस्त को मुंबई से सड़क मार्ग से होते हुए दारोगा राय पथ स्थित महाराष्ट्र मंडल कार्यालय आएगी। यहां पर महाराष्ट्र मंडल के सदस्यों द्वारा उनका स्वागत किया जाएगा। 31 अगस्त को भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को विघ्नहर्त्ता गणेश का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। भगवान गणेश की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कर विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना होगी।
  • 26 अगस्त को मुंबई से आएगी भगवान गणपति की भव्य प्रतिमा 
  • - 2 सितंबर को महिलाओं द्वारा हल्दी कुमकुम कार्यक्रम 
  • - 4 सितंबर को महाराष्ट्र से आए कलाकारों देंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम 
  • - 6 सितंबर को शोभायात्रा निकलने के साथ होगा विसर्जन
  • - 52वां गणेश उत्सव सात दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा

महाराष्ट्र मंडल की ओर से देवी-देवताओं की होगी आरती

महाराष्ट्र मंडल के सचिव संजय भोंसले ने बताया कि कोविड के बाद 52वां गणेश उत्सव सात दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा। इस वर्ष लालबाग के राजा भगवान गणेश की प्रतिमा 5.5 फीट की है। मुंबई के बांद्रा से मूर्तिकार दीपक घोटनकर ने इसे बनाया है। 31 अगस्त को सुबह साढ़े नौ बजे कलश स्थापना, प्राण प्रतिष्ठा होगी। वहीं, 11 बजे महाराष्ट्र मंडल की ओर से देवी-देवताओं की आरती होगी। पूजन के लिए महाराष्ट्र के पांच पंडितों का ग्रुप में प्रशांत जागीरदार आएंगे। दो सितंबर को महिलाओं द्वारा हल्दी कुमकुम कार्यक्रम होगा। उसके बाद भक्तों के बीच महाप्रसाद का वितरण होगा। चार सितंबर की शाम में महाराष्ट्र से आए कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। महाराष्ट्र के झांजपथक की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा होगी। वहीं, छह सितंबर को शोभायात्रा निकलेगी। लालबाग के राजा नगर भ्रमण करने के साथ भक्तों से विदा लेंगे।

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