चंडीगढ़ NOI :-  पंथक लहर के नेता और श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार रंजीत सिंह ने पंजाब और केंद्र सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने यह चेतावनी एसजीपीसी चुनाव को लेकर दी है। रंजीत सिंह ने कहा कि पिछले 12 साल से लंबित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के चुनाव न करवाए गए तो 24 सितंबर को चंडीगढ़ स्थित राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के आवास के सामने रोष प्रदर्शन किया जाएगा।

जत्थेदार रंजीत सिंह कहा कि पिछले दो विधानसभा, दो लोकसभा और एक उपचुनाव हारने के बावजूद शिरोमणि अकाली दल और बादल परिवार को जबरन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पर कब्जा करवाया हुआ है, जबकि पिछले 12 साल से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव लंबित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जानबूझकर चुनाव न करवाकर बादल परिवार का एसजीपीसी पर कब्जा करवाए जाने से सिखों के कई महत्वपूर्ण मुद्दों का केंद्र सरकार समाधान नहीं कर रही है। क्योंकि सिख लीडरशिप शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव के बाद ही तय होगी। इसलिए यह चुनाव नहीं करवाए जा रहे हैं।

जत्थेदार रणजीत सिंह ने कहा कि पिछले 25- 25 साल से सिख युवा जेलों में बंद हैं और अपनी सजाएं पूरी कर चुके हैं। बावजूद उन्हें छुड़वाने के लिए कोई दबाव नहीं बनाया जा रहा है।

पंजाब में ईसाइयों की ओर से करवाए जा रहे धर्म परिवर्तन को लेकर भी जत्थेदार रणजीत सिंह ने अपना पक्ष रखा । उन्होंने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सिखों के बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा देने में नाकाम रही है। एसजीपीसी का करोड़ों रुपये का बजट बादल परिवार की राजनीति चमकाने में लगा हुआ है। ऐसे में गरीब घरों के बच्चों को ईसाई समुदाय के लोग लालच देकर अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इसका भी हल एसजीपीसी के चुनाव के बाद ही निकलेगा जब नई लीडरशिप सिख संस्थाओं को फिर से खड़ा करेगी।

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