NOI :- जिले में 36 घंटों से लगातार जारी वर्षा से मौसम का मिजाज बदल गया है। कहीं आफत की वर्षा हुई है तो कही उम्मीदों की। धान के लिए यह वर्षा संजीवनी साबित हुई है। वर्षा के चलते शहर से लेकर गांव तक जलजमाव उत्पन्न हो गया है। अधिकांश सड़कें जलजमाव व कीचड़ की गिरफ्त में है। कई इलाकों में कच्चे मकान गिर गए है। तरियानी प्रखंड के सलेमपुर, दुम्मा, हिरौता व विशंभरपुर के इलाकों में एक दर्जन से अधिक लोगों के कच्चे घर वर्षा की वजह से ध्वस्त हो गए है। ऐसे में इन गरीबों की परेशानी बढ़ गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के भीतर जिले में भारी वर्षा और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। इधर, लगातार जारी वर्षा के चलते बागमती नदी का भी जलस्तर बढ़ने लगा है। राहत की बात यह कि बागमती नदी का जलस्तर अभी लाल निशान से नीचे है। डुब्बाघाट स्थित रेनगेज पर बागमती नदी का जलस्तर 60.50 मिमी दर्ज किया गया है।

शुक्रवार की रात से ही वर्षा का दौर जारी

जिले में लंबे समय बाद गुरुवार की रात से वर्षा का दौर जारी है। शुक्रवार को दिन और रात में भी जमकर बादल बरसे। शनिवार की अलसुबह से लगातार तीन घंटे तक वर्षा होती रही। इसके बाद से रूक-रूककर वर्षा जारी है। शुक्रवार को जिले में 28 मिमी वर्षा हुई थी। जबकि पिछले 12 घंटे के भीतर 33.56 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड किया गया है। पुरनहिया प्रखंड में सर्वाधिक 51 मिमी वर्षापात हुआ है। डुमरी कटसरी प्रखंड में 20.6 मिमी वर्षा रिकार्ड किया गया है। तरियानी प्रखंड में 37.4, पिपराही में 32.4 व शिवहर प्रखंड में 26.4 मिमी वर्षा रिकार्ड किया गया है। वहीं बार‍िश की वजह से क‍िसानों में खुशी की लहर है। हालांक‍ि क‍िसानों का मानना है क‍ि बार‍िश और पहले शुरू होती तो धान की फसल के ल‍िए बहुत अच्‍छा होता। वहीं बागमती नदी में उफान से नुकसान का डर सता रहा है। अगर अब थोड़ी भी बढ़ोतरी हुई तो बाढ़ आ सकती है।

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