Cyber Crime से बचने के लिए एप पर लगाएं डबल सिक्योरिटी लॉक, एटीएम बूथ पर इन बातों का रखें ध्यान
मुरादाबाद NOI :- साइबर क्राइम ऐसी क्रिमिनल गतिविधि है जिसमें कंप्यूटर, नेटवर्क डिवाइस या नेटवर्क के जरिए ठगी की जा रही है। साइबर अपराधी आपकी पूरी जानकारी एकत्रित करने के साथ ही अकाउंट से लेकर पैसे तक उड़ा ले जा रहे हैं।
आपका डेटा हैक, फिशिंग मेल, ओटीपी फ्राड, मोबाइल फ्राड, सेक्सटार्शन आदि साइबर अपराध हो रहे हैं। बुधवार को साइबर विशेषज्ञ एवं सीओ सिविल लाइन डा. अनूप कुमार सिंह ने पाठकों के प्रश्नों का उत्तर दिया। उन्होंने पाठकों को बताया कि अपने इंटरनेट अकाउंट जैसे फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सअप आदि अकाउंट के प्रोफाइल को लाक करके रखें।
इसके साथ ही गूगल पे, फोनपे, पेटीएम आदि अकाउंट पर डबल सिक्योरिटी लाक लगाएं। पिन नंबर के साथ ओटीपी की सेटिंग फिक्स करें। इससे आपका अकाउंट पर कोई बिना मर्जी के घुस नहीं सकता है।
एटीएम इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें ख्याल
- एटीएम केबिन के अंदर एक ही व्यक्ति लेनदेन करे
- कोई व्यक्ति आपके दायें, बायें और पीछे खड़ा न होने दें
- एटीएम से रुपये निकालने के लिए अनजान से मदद न लें
- की-पैड के ऊपर पैनल में हिडन कैमरा न लगा हो, चेक करें
- पिन छिपाकर डालें और पिन बदलते रहें
इंटरनेट मीडिया पर यह बरतें सावधानी
- अनजान ग्रुप से न जुड़ें
- फेसबुक या अन्य इंटरनेट मीडिया ग्रुप से जुड़ें
- अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें
- अनजान लोगों से वीडियो काल पर बात न करें
- इंटरनेट मीडिया के विज्ञापनों पर क्लिक न करेंं
- उच्च श्रेणी की सिक्योरिटी लगाकर रखें
प्रश्न : मेरे साथ 10 हजार की आनलाइन ठगी हुई थी। अभी तक जांच नहीं हुई।
उत्तर : आपकी जांच के बारे में जानकारी की जाएगी। इसके साथ ही आपको सतर्क होकर अपने इंटरनेट मीडिया के अकाउंट संचालित करने हैं। साइबर ठग इंटरनेट मीडिया पर आपको पूरी तरह रीड करते हैं। आप क्या चाहते हैं। उसी हिसाब से वह आपके पास लिंक भेजते हैं। इसलिए किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करें। इससे आप सुरक्षित भी रहेंगे और आपसे कोई ठगी भी नहीं कर पाएगा। कोई आपसे आपका ओटीपी मांगता है तो उसे ओटीपी भी नहीं बतानी है। कोई भी बैंक आपसे ओटीपी नहीं मांगता है।
प्रश्न : साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करना चाहिए।
उत्तर : आजकल के दौर में लोगों का स्क्रीन का समय बढ़ गया है। साइबर ठग हमारे बारे में जानकारी जुटाते रहते हैं। अपने बैंक अकाउंट से जुड़ी कोई भी जानकारी किसी से साझा करने कि जरूरत नहीं है। फोनपे, पेटीएम या गूगल अकाउंट में पैसा अधिक रखने की जरूरत नहीं है। आपके जिस अकाउंट में अधिक पैसे रहते हैं, उसे किसी भी आनलाइन पेमेंट एप से लिंक करने की जरूरत नहीं है। अपने मोबाइल और इंटरनेट अकाउंट में डबल सिक्योरिटी लगाकर रखें। अनजान लोगों से फेसबुक पर दोस्ती करने की जरूरत नहीं है।
प्रश्न : मेरे वाट्सअप पर करोड़पति वाले संदेश बहुत आते हैं, क्या करें?
उत्तर : लालच देने वाले लिंक को बिलकुल टच करने की जरूरत नहीं है। ठग इसी तरह के संदेश भेजकर मालवेयर भेजते हैं। आपसे जुड़ने के बाद वह आपकी जानकारी इकट्ठा कर लेते हैं। फिर आपके अकाउंट खाली करने की जुगत में लग जाते हैं। अगर आपको आनलाइन खरीदारी करनी है तो नामचीन कंपनियां जो भरोसे के लायक होती हैं, उनसे ही करें। इससे अगर आपका कोई सामान गड़बड़ भी आ जाए तो उसे वापस किया जा सकता है।
प्रश्न : साइबर ठगों ने मेरे अकाउंट से पैसा निकाल लिया था। आज तक समाधान नहीं हो पाया।
उत्तर : साइबर ठगों को पकड़ने के लिए टीमें लगातार जुटी हुई हैं। हमारा प्रयास होता है कि ठग की जानकारी करने के बाद मय सबूत के गिरफ्तार किया जाए। आपको भी सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि जब एक बार आप किसी साइबर ठग से ठग लिए जाते हैं। उसके बाद भी उनका प्रयास रहता है कि वह आपका अकाउंट खाली कर दें।
प्रश्न : हम फेक आइडी से कैसे बचें ?
उत्तर : आपको फेक प्रोफाइल की फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार नहीं करना है। ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करना है जिसमें लालच वाली बात हो या किसी अनजान नंबर से संदेश आया हो। अपने प्रोफाइल को लाक करके रखें। अगर आप अपने फोटो फेसबुक पर शेयर भी कर रहे हैं तो जिन्हें आप जानते हैं, उन्हें ही टैग करें। ठग आपकी गतिविधियों पर नजर रखते हैं।
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