चंडीगढ़, NOI :- पंजाब पुलिस ने मोहाली में इंटेजिलेंंस मुख्‍यालय पर हुए हमले और बम धमाके के मामले में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसी और एटीएस महाराष्ट्र के साथ एक संयुक्त अभियान में  इंटेलिजेंस मुख्‍यालय पर हुए हमले के मुख्य आरोपित चरत सिंह को आज सुबह मुंबई से गिरफ्तार किया है। पंजाब खुफिया विभाग के मुख्यालय पर आरपीजी ( राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड) हुआ था। 

पंजाब खुफिया विभाग के मुख्‍यालय पर आरपीजी से हुआ था हमला


पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इस संंबंध में  ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्‍होंने बताया कि  चरत सिंह इस मामले में सक्रिय रूप से शामिल है। वह कनाडा में रह रहे गैंगस्‍टर लखबीर सिंह लंडा का करीबी सहयोगी है। डीजीपी ने कहा कि हम पंजाब के मुख्‍यमंत्री भगवंत मान के राज्‍य को अपराध मुक्‍त बनाने के संकल्‍प के अनुरूप कार्य कर रहे हैं।

नौ मई की शाम में हुआ था हमला


बता दें कि पिछले 9 मई को मोहाली मेंं शाम सवा सात बजे के करीब पंजाब पुलिस के इंटे‍लिजेंस मुख्‍यालय पर हमला और धमाका हुआ था। इससे हड़कंप मच गया है।  इस मामले में पुलिस ने अदालत में चार्जशीट भी दाखिल कर दिया है। 

इन लोगों के खिलाफ पेश हुआ चार्जशीट


 इस मामले में पुलिस ने एडिशनल जिला सेशन जज अवतार सिंह की अदालत में निशान सिंह, बरजिंदर सिंह रैंबो, कंवरजीत सिंह उर्फ कंवर बाठ, अनंतदीप सिंह सोनी, लवप्रीत सिंह विक्की, जगदीप सिंह जग्गी व बलजीत कौर के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। 272 पन्नों की चार्जशीट में 45 के करीब गवाह बनाए गए हैं। फारेंसिक लैब की उस रिपोर्ट को भी आधार बनाया है, जिसमें सामने आया था कि पुर्जे घटना वाली जगह से कुछ दूरी से मिले राकेट लांचर के ही हैं।

मामले में एक नाबालिग सहित चढ़त सिंह, गुरपिंदर सिंह पिंदा, लखबीर सिंह लंडा, हरिंदर सिंह रिंदा और दीपक को भी नामजद किया है। नाबालिग आरोपित को छोड़ बाकी सभी फरार हैं। पुलिस मोहाली निवासी जगदीप सिंह कंग, जिसने हमले से पहले रैकी की थी को वारदात वाली जगह पर ले गई थी। उससे हर एक उस चीज व सारे रूट की पहचान पूछी गई, जिस रूट को उसने चढ़त सिंह के साथ साझा किया था।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement