नई दिल्ली, NOI :- सितंबर के महीने में खुदरा मुद्रास्फीति (CPI Inflation) में बढ़ोतरी के बाद भी आम लोगों को जल्द ही महंगाई से राहत मिल सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि सरकार की ओर से जारी किए गए थोक मुद्रास्फीति के आकंड़ों में महंगाई लगातार चौथे महीने कम होकर 10.70 प्रतिशत पर आ गई है। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में 12.41 प्रतिशत थी।

यह लगातार 18 वां महीना है, जब थोक मूल्य मुद्रास्फीति (WPI) दो अंकों में बनी हुई है। आपको बता दें कि इस साल मई में थोक मूल्य सूचकांक ने 15.88 फीसदी की रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ था।

इन वस्तुओं पर कम हुईं थोक महंगाई


खाने-पीने के चीजों पर महंगाई 8.08 प्रतिशत पर आ गई है, जो पिछले महीने 9.93 प्रतिशत पर थी। ईंधन और पावर पर महंगाई गिरकर 32.61 प्रतिशत पर आ गई है, जो कि पिछले महीने 33.67 प्रतिशत पर थी। मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स पर महंगाई गिरकर 6.34 प्रतिशत पर आ गई है, जो कि पिछले महीने 7.51 प्रतिशत पर थी। अंडा, मीट और मछली पर महंगाई दर गिरकर 3.63 प्रतिशत पर आ गई है, जो कि पिछले महीने 7.88 प्रतिशत पर थी।

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इन वस्तुओं की थोक कीमतों में हुआ इजाफा


सब्जियों में महंगाई अब बढ़कर 39.66 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो कि पिछले महीने 22.30 प्रतिशत थी। आलू पर महंगाई अब बढ़कर 49.79 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो कि पिछले महीने 43.56 प्रतिशत थी।

7.41 प्रतिशत पर पहुंची खुदरा महंगाई दर


सरकार के द्वारा बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा महंगाई दर गिरकर 7.41 प्रतिशत हो गई है। यह अगस्त में 7 और सितंबर 2021 में यह 4.35 फीसद थी। ब्याज दर बढ़ाने के बाद भी खुदरा महंगाई में कमी देखने को नहीं मिल रही है।

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