बाराचट्टी NOI  :-  दर्जा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का और व्यवस्था अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैसी भी नहीं। यहां रोस्टर के अनुसार चिकित्सक की तैनाती नहीं रहती, ओपीडी में आयुष चिकित्सक अपनी सेवा देते हैं। साफ-सफाई के अभाव में प्रसव कक्ष के आसपास से बदबू आती है। इसी बदबू के बीच में प्रसव कराने आई महिलाओं को बेड लगाकर सुलाया जाता है। मरीजों का जो वार्ड था, उस वार्ड को चार बेड का लेबर बेड बनाया जा रहा है। क्षेत्र से पहुंचे लोगों का उपचार ओपीडी में आयुष चिकित्सक लईक अहमद कर रहे थे। अस्पताल के पुराने भवन पर साटा गया रोस्टर के अनुसार आज ओपीडी में डेंटल चिकित्सक डा. सत्य प्रकाश की बारी थी। लेकिन वे नहीं थे।

समय 1 : 30 बजे

केंद्र परिसर में बने नए भवन के मुख्य द्वार के बाएं कोने पर निबंधन काउंटर पर डाटा एंट्री आपरेटर विकास कुमार मरीजों का एंट्री कर रहे थे। वे बताते है कि अब तक कुल 167 लोगों ने अपना इलाज कराने का निबंधन कराया है। कतार में कई और खड़े थे। विकास बताते है कि 29 महिलाओं का बंध्याकरण आज किया गया है। 

समय 1 : 40 बजे जीएनएम सुजाता कुमारी रजिस्टर देखकर बताती है कि आज कुल पांच प्रसव हुआ है। बगल में ही प्रसव पूर्व वार्ड का कमरा में पांच प्रसूता पांच बेड पर इलाजरत थी। इस वार्ड में साफ-सफाई की व्यवस्था का हाल काफी बुरा था वहां भर्ती महिलाओं ने बताया कि सिर्फ सुबह में एक बार पोछा लगाया गया है।

समय 1 : 49 बजे 

एएनएम आजादी कुमारी बताती है कि आज कुल 15 गर्भवतियों का जांच किया गया। हर माह नौ और 21 तारीख को जांच के लिए विशेष कैंप लगाया जाता है। 

प्रभारी चिकित्सका पदाधिकारी ने कही ऐसी बात

बाराचट्टी के प्रभारी चिकित्सका पदाधिकारी डा. सबबीबुल हक, बताए हैं कि हमारे यहां जो चिकित्सक पदस्थापित है, वे अपने मन मुताबिक आते हैं। उपर रिपोर्ट करने पर उन्हें बहुत तकलीफ होती है। कई गायब रहने वाले चिकित्सक के विरुद्ध विभाग में शिकायत किए। लेकिन उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। जिससे गायब रहने वाले चिकित्सकों का मनोबल बढ़ा रहता है। हमारा प्रयास है रोस्टर से चिकित्सक काम करें। साफ-सफाई का काम आउट सोर्सिंग के जिम्मे है। सुधार का प्रयास करेंगे।

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