नई दिल्ली, NOI ; Delhi Minister Rajkumar Anand: दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार की कैबिनेट में जगह पाने वाले आम आदमी पार्टी के विधायक राजकुमार आनंद (Aam Aadmi Party MLA Rajkumar Anand) ने बहुत संघर्ष किया है। अध्ययन के प्रति विशेष अभिरुचि रखने वाले राजकुमार ने जीवनयापन करने के लिए बाल मजदूरी तक की। राजकुमार आनंद को जल्द ही मंत्र पद की शपथ दिलवाई जा सकती है।

आर्थिक अभाव के चलते रहना पड़ा था नाना-नानी के पास   


पटेल नगर विधानसभा से AAP विधायक राजकुमार आनंद की जीवनयात्रा बेहद संघर्षपूर्ण रही है। पटेल नगर इलाके में फिलहाल बेहद लोकप्रिय AAP नेता राजकुमार ने आर्थिक तंगी को बेहद करीब से देखा है। आर्थिक अभाव के कारण उनके माता-पिता को राजकुमार को नाना-नानी के पास अलीगढ़ भेजना पड़ा।

कबाड़ी का काम करते था नाना, मुश्किलों से नाती को पढ़ाया


नाना-नानी के घर पहुंचकर भी राजकुमार आनंद की मुश्किलें आसान नहीं हुईं, हालांकि थोड़ी राहत जरूर मिली। अभाव का सिलसिला यहां पर भी जारी रहा, क्योंकि उनके नाना कबाड़ी का काम करते थे। उनकी आर्थिक स्थिति भी उतनी अच्छी नहीं थी, जिससे वे अपने नाती को पढ़ा पाते।

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बाल मजदूरी कर उठाया पढ़ाई का खर्च


राजकुमार आनंद को अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के लिए अलीगढ़ के ताला फैक्ट्री में एक बाल मजदूर के रूप में भी काम करना पड़ा। यह राजकुमार का जुनून ही था कि उन्होंने अध्ययन जारी रखा। राजकुमार खुद मानते हैं कि उन्हें पढ़ाई-लिखाई करना बहुत पसंद था। यही वजह है कि पढ़ाई जारी रखने के लिए बाल मजदूरी करना भी खला नहीं।

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ट्यूशन से निकाला MA-LLB की पढ़ाई का खर्च


स्कूली और कालेज की पढ़ाई भी राजकुमार ने मुश्किल से की। एमए और एलएलबी की पढ़ाई के लिए पैसे नहीं थे तो उन्होंने ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया। हालात फिर भी नहीं सुधरे तो फैक्ट्रियों के बाहर फेके गए फोम से तकिया बनाना शुरू किया। अथक प्रयास के बाद वह रैक्सीन लेदर के एक सफल व्यवसायी भी बने।

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समाज सेवा के लिए हमेशा हमेशा समर्पित


समाज सेवा के क्षेत्र में भी राजकुमार का विशेष योगदान रहा है। वंचित तबके के लोगों की बेहतरी के लिए अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर ‘आनंदपथ पथ फाउंडेशन’ का निर्माण किया। इसके तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले आर्थिक अभाव से जूझ रहे बच्चों के लिए ‘डॉ. आंबेडकर पाठशाला’ के नाम से एक ट्यूशन सेंटर की भी शुरुआत की।

कोरोना की चपेट में दो-दो बार आए फिर नहीं रुकी समाज सेवा


राजकुमार आनंद दो-दो बार कोविड पाजिटिव हुए, लेकिन बिना रुके अपने क्षेत्र की जनता की मदद करते रहे। अप्रैल-मई के दौरान जब दिल्ली में आक्सीजन बेड की कमी होने लगी तब इन्होंने चीन से आक्सीजन कंसलट्रेटर बुलाकर पटेल नगर में 40 आक्सीजन बेड का एक ‘कोविड केयर सेंटर’ बनाया। इस प्रयास लोगों का इलाज हुआ और जानें बचीं।

अरविंद केजरीवाल को पसंद आई राजकुमार की सादगी


राजकुमार आनंद पिछले ढाई साल से पटेल नगर विधानसभा से विधायक हैं। उन्हें यहां की जनता से खूब प्यार मिल रहा है। लोगों की मानें तो इस छोटी सी अवधि में राजकुमार ने अपनी विधानसभा के हर क्षेत्र में शानदार काम किया है। राजकुमार की मेहनत और सादगी को अरविंद केजरीवाल भी पसंद करते हैं। 

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