नई दिल्‍ली, NOI :- अमेरिका में मध्यावधि चुनाव के बीच प्रतिनिधि सभा में इस बार भारतीय-अमेरिकियों का 100 फीसदी स्ट्राइक रेट रह सकता है। दरअसल, भारतीय मूल के अमेरिकी अमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल के फिर से चुने जाने की संभावना है।

अरुणा मिलर (Aruna Miller) ने रचा इतिहास


अमेरिका के लाखों वोटर्स ने गनर्वर, सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और अन्य कार्यालयों की प्रमुख को चुनने के लिए मतदान किया है। इसी बीच अमेरिका में एक और भारतवंशी ने इतिहास रच दिया है। भारतीय-अमेरिकी महिला अरुणा मिलर मैरीलैंड में लेफ्टिनेंट गवर्नर का पद संभालने वाली पहली अप्रवासी बन गई हैं।

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कौन हैं अरुणा मिलर?


58 वर्षीय डेमोक्रेट अरुणा मिलर का जन्म 6 नवंबर 1964 को आंध्र प्रदेश में हुआ था। कहा जाता है कि सात साल की उम्र में वह अपने माता-पिता के साथ अमेरिका आ गई थीं। 1989 में उन्होंने मिसौरी यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। मॉन्टगोमरी काउंटी में स्थानीय परिवहन विभाग में उन्होंने 25 सालों तक काम किया।

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2018 के संसदीय चुनाव में मिली हार


अरुणा मिलर ने 2010 से 2018 तक मैरीलैंड हाउस ऑफ डेलीगेट्स में 15 जिलों का प्रतिनिधित्व किया। 2018 में हुए संसदीय चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। इसके बाद उन्हें डेमोक्रेट की तरफ से गवर्नर पद का प्रत्याशी बनाया गया। अरुणा ने डेविड मिलर नाम के शख्स के साथ शादी की है। मिलर दंपति की तीन बेटियां हैं।

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