नई दिल्ली, NOI : डिजिटल डेस्क। महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली श्रद्धा और बॉयफ्रेंड आफताब की दोस्ती एक डेटिंग एप से शुरू हुई थी। दोनों साल 2018 से साथ में थे और एक-दूसरे से बहुत खुश रहते थे। समय के साथ उनके रिश्ते बीच चीजें बिगड़ गईं। हर रोज के लड़ाई-झगड़े से तंग आकर श्रद्धा रिश्ता तोड़ना चाहती थी। एक रात उसने बताया था कि अगर वह आज घर से बाहर नहीं आती तो आफताब उसका कत्ल कर देता।

ये बातें श्रद्धा के एक पुराने दोस्त ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताई। सोमवार को श्रद्धा के दोस्त रजत शुक्ला ने बताया कि आज अचानक उसकी हत्या की खबर मोबाइल पर देखी तो आत्मा अंदर तक हिल गया। मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है कि मेरी दोस्त की हत्या कर दी गई है। उसने हमें 2019 में बताया था कि वह 2018 से आफताब के साथ रिश्ते में थी। शुरू में तो सबकुछ ठीक था, लेकिन फिर श्रद्धा बताने लगी कि आफताब उसे अक्सर मारता-पीटता है। वह उसे छोड़ना चाहती थी लेकिन मजबूर थी।

दिल्ली जाने के बाद टूटा दोस्तों से संपर्क 


रजत ने कहा कि श्रद्धा के लिए उस रिश्ते से बाहर आना बहुत मुश्किल हो गया था। उसकी जिंदगी नर्क जैसी हो गई थी। दिल्ली में शिफ्ट होने का फैसला दोनों ने आपसी सहमति से लिया था। रजत ने बताया कि इसी साल 8 मई को दोनों दिल्ली आ गए। श्रद्धा के दिल्ली आने के बाद उससे  संपर्क लगभग टूट गया।

पुलिस से शिकायत नहीं करना चाहती थी श्रद्धा


पालघर की श्रद्धा के एक अन्य दोस्त लक्ष्मण नादिर ने बताया श्रद्धा और आफताब के बीच बहुत झगड़े होते थे। श्रद्धा ने कई बार रिश्ते के खराब हालात के बारे में बताया था। लक्ष्मण ने कहा कि हम एक बार पुलिस से संपर्क करने के लिए तैयार थे, लेकिन इसके खिलाफ थी। उसकी भावनाओं का सम्मान करते हुए हमनें पुलिस को कुछ नहीं बताया।

दोस्त से कहा- आफताब आज रात मुझे मार देगा


लक्ष्मण ने बताया कि एक दिन दोनों के बीच काफी झगड़ा हुआ। लड़ाई इस हद तक हुई कि श्रद्धा ने मुझे व्हाट्सएप पर मैसेज किया और उस रात उसे कहीं ले जाने के लिए कहा। श्रद्धा ने कहा कि अगर वह उस रात आफताब के साथ रहेगी, तो वह उसे मार डालेगा। श्रद्धा को अपनी हत्या का शक काफी पहले ही हो गया था। श्रद्धा के कहने पर उसके दोस्त उस रात उसे घर से बाहर ले गए। साथ में आफताब को भी चेतावनी दी थी कि आगे से ऐसा न हो।

अगस्त के बाद नहीं मिला कोई अपडेट


लक्ष्मण ने बताया कि मौत से दो महीने पहले श्रद्धा ने मुझसे संपर्क किया था। अगस्त के बाद से उसने मेरे किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दिया। उसका फोन भी स्विच ऑफ था। तभी से मेरी चिंता बढ़ गई। फिर मुझे लगा कि पुलिस कि मदद लेनी चाहिए। मैंने आखिरकार उसके भाई का बताा कि श्रद्धा का कोई अपडेट नहीं मिल रहा है। इसलिए बेहतर है कि हम पुलिस की मदद लें।

दिल्ली पुलिस ने आफताब से उगलवाए राज


इसके बाद श्रद्धा के घरवालों ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। सोमवार को दिल्ली पुलिस ने पूरे मर्ड केस का राज खोलते हुए आरोपित आफताब को गिरफ्तार कर लिया। आफताब ने पुलिस को बताया कि श्रद्धा उसपर शादी करने का दबाव बना रही थी। परेशना होकर उसने 18 मई को श्रद्धा का गला घोंटा, फिर उसके शव के 35 टुकड़े कर दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। 

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