बेंगलुरु, NOI :- मंगलुरु ऑटो ब्लास्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि आरोपी मोहम्मद शारिक आरएसएस से जुड़े संगठनों द्वारा आयोजित बच्चों के कार्यक्रम में धमाके की फिराक में था। हालांकि, उसकी योजना फेल हो गई।

रिपोर्ट के मुताबिक, जांच टीम को पता चला कि शारिक आरएसएस के अंतर्गत आने वाली केशव स्मृति संवर्धन समिति की तरफ से होने वाली राज्य स्तरीय बाल उत्सव कार्यक्रम में धमाका करना चाहता था। 19 नवंबर को संघनिकेतन में हुए इस कार्यक्रम में 10 हजार से ज्यादा लोग अपने बच्चों के साथ शामिल हुए थे। इस दौरान आरएसएस के कई नेता भी मौजूद थे। शारिक ने छात्र के भेष में कार्यक्रम में शामिल होने और धमाका करने की योजना बनाई थी।

मुख्मंत्री के कार्यक्रम में धमाका करना था मुख्य लक्ष्य


आरोपी से बरामद मोबाइल फोन से पता चला है कि 19 नवंबर को विस्फोट वाले दिन उसने मंगलुरु पहुंचने के बाद दो बार मन्नागुड्डा-गांधीनगर की लोकेशन सर्च की थी। सूत्रों का कहना है कि खुफिया एजेंसियों ने पुष्टि की है कि आरोपी का मुख्य लक्ष्य मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के कार्यक्रम में विस्फोट करना था। मंगलुरु पहुंचने के लिए वो मैसूर से बस नहीं ले पाया, इसलिए उसका प्लान बदल गया। बाद में वो मंगलुरु दूसरी बस से पहुंच गया।

संदिग्ध आतंकी शारिक बार-बार ये सर्च कर रहा था कि वो मंगलुरु कब पहुंचेगा। पुलिस को जांच में पता चला कि मोहम्मद शारिक ने मन्नागुड्डा-गांधीनगर की लोकेशन सर्च की थी। इसी जगह पर बच्चों का कार्यक्रम होना था। सूत्रों ने बताया कि 19 नवंबर को संघनिकेतन में मुख्यमंत्री बोम्मई का कार्यक्रम भी तय था। बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा था, लेकिन ऐन वक्त पर उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।

क्या है मामला?


मंगलुरु में हाल ही में एक ऑटो रिक्शा में प्रेशर कुकर बम ब्लास्ट हुआ था। धमाके में आरोपी मोहम्मद शारिक भी घायल हुआ था। शारिक के खिलाफ पहले से ही तीन मामलों की जांच चल रही है। वह लंबे समय से फरार चल रहा था।

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