Shraddha Murder: आफताब के पोस्ट नार्को टेस्ट के लिए तिहाड़ जेल पहुंची FSL टीम, सवाल-जवाब का किया जाएगा मिलान
नई दिल्ली, NOI :- लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपित आफताब पूनावाला का आज शुक्रवार को तिहाड़ जेल में पोस्ट नार्को टेस्ट किया जाएगा। इस दौरान पुलिस नार्को टेस्ट के दौरान पूछे गए सवाल-जवाब का मिलान करेगी।
इससे पहले गुरुवार को रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट के दौरान आफताब से 30 से अधिक सवाल पूछे गए। इसमें आठ सवाल प्रमुख थे, जिनमें हत्या को लेकर ही सवाल पूछे गए। बेहोशी की हालत में उसने कई सवालों के ऐसे जवाब दिए, जिन्हें सुनकर मनोविज्ञानियों के भी होश उड़ गए।
पालीग्राफ और नार्को टेस्ट के आधार पर साक्ष्य जुटाने में जुटी पुलिस
मुंबई की रहने वाली श्रद्धा वालकर हत्याकांड मामले के आरोपित आफताब अमीन का पालीग्राफ व नार्को टेस्ट कराने के बाद पुलिस अब उससे पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर साक्ष्य जुटाने की कोशिश कर रही है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि अगर अपराध व अपराधी के बीच की कोई कड़ी टूटती हुई नजर आती है व पुलिस को पुरानी घटना का सुबूत जुटाने में परेशानी आती है तभी उक्त दोनों जांच कराने की जरुरत होती है।
श्रद्धा हत्याकांड मामले में सात माह बाद पुलिस को हत्या कर देने की जानकारी मिली, तब तक आफताब सारे साक्ष्य मिटाने में पूरी तरह कामयाब रहा। उक्त दोनों जांच में ऐसे सवाल किए जाते हैं जिससे घटना से संबंधित साक्ष्य जुटाने में पुलिस को मदद मिल सके। जैसे श्रद्धा के शरीर के टुकड़े उसने कहां कहां फेंका, सिर को कहां पर फेंका, मोबाइल व कपड़े कहां फेंका। श्रद्धा की हत्या में किस हथियार का इस्तेमाल किया था। शव को काटने में किस हथियार का इस्तेमाल किया गया। उक्त हथियार उसने कहां फेंके।
पुलिस कुछ ऐसी नई जानकारी भी प्राप्त करने की कोशिश करती है जो अबतक नहीं पता है। जैसे हत्या उसी ने की अथवा इसमें कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था। ऐसी कोई बात जो छिपा हो उसके बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जाती है। जिससे पुलिस को घटना की सच्चाई के बारे में पता लग सके।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि उक्त दोनों जांच के आधार पर पुलिस साक्ष्य जुटाने की कोशिश करेगी। अगर इससे कुछ साक्ष्य ढूंढने में पुलिस को मदद मिलती है तब उक्त दोनों जांच का केस में महत्व माना जाता है। उक्त दोनों जांच के बाद पुलिस कुछ साक्ष्य बरामद कर पाने में सफल हुई अथवा नहीं। इस बारे में अबतक अधिकारिक तौर पर पुलिस की तरफ से कोई बयान साझा नहीं किया गया है।
आफताब के चेहरे पर नहीं थी शिकन
नार्को टेस्ट के लिए अंबेडकर अस्पताल में पहुंचे आफताब के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। न ही टेस्ट से पहले कोई डर था और न ही बाद में। पुलिस वैन पर हुए हमले के बाद उसे समझ में आ गया था कि बाहर लोगों में उसके खिलाफ काफी गु्सा है। बावजूद इसके वह डरा हुआ नहीं लग रहा था।
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