गाजीपुर, NOI :- माफिया मुख्तार अंसारी की उम्र एक तिहाई जेल के सलाखों के पीछे ही बीत गई। 60 वर्षीय मुख्तार अंसारी करीब 20 साल से अधिक का समय जेल में काट चुका है। तीन मामलों में सजा के बाद तो हाल फिलहाल में जेल से बाहर निकलने की उम्मीद नहीं के बराबर है।

चार दशक से जरायम की दुनिया में है मुख्तार


मुहम्मदाबाद के फाटक निवासी मुफ्तार अंसारी चार दशक से जरायम की दुनिया में है। इस दौरान कई चर्चित आपराधिक घटनाओं में मुख्तार अंसारी का नाम आया। पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी पर विश्व हिंदू परिषद के कोषाध्यक्ष व कोयला कारोबारी नंद किशोर रूंगटा का अपहरण करवाने का आरोप लगा था। इसके पीछे उसकी मंशा चुनाव लड़ने के लिए पैसे का इंतजाम का इंतजाम करना था। तीन करोड़ की फिरौती के लिए अपने गुर्गे पांच लाख के इनामी अताउर रहमान उर्फ बाबू उर्फ सिकंदर को इस वारदात को अंजाम देने के लिए लगाया था। अपहरण के बाद उसका शव प्रयागराज में ठिकाने लगा दिया गया। इस दौरान मुख्तार अंसारी को जेल में रहना पड़ा था।

2005 से जेल में चल रहा बंद


इसके बाद 25 अक्टूबर 2005 से खुद जमानत तोड़वाकर जेल गया था, जिसके बाद भाजपा के तत्कालीन विधायक कृष्णा नंद राय की हत्या हो गई। तभी से माफिया का जेल से निकलना नहीं हुआ। अब पिछले तीन माह में तीन मुकदमों में कोर्ट से कुल करीब 22 साल की सजा मिलने के बाद तो अब बाहर आने की उम्मीद नहीं है।

तीन बार विधायक का कार्यकाल भी जेल में बीता


माफिया मुख्तार अंसारी की विधायकी भी जेल में बीती है। मऊ से तीन बार लगातार वर्ष 2002 से 2017 तक विधायक रहा, लेकिन इस दौरान वह जेल से बाहर नहीं आया। इस दौरान वह जेल में रहते हुए वह चुनाव लड़ा और विधायक बना।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement