बागपत, NOI :- संतों को जहर देकर मारने की साजिश रचने के आरोपित योगेंद्र शर्मा उर्फ विक्रम को प्रयागराज पुलिस पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर बागपत आई और उसके मकान से शैक्षिक दस्तावेज बरामद किए। पुलिस जांच में चौकाने वाला राजफाश हुआ है। योगेंद्र पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी से संपर्क करना चाहता था। इसके लिए बिलावल की आइडी पर मैसेज भी किया था। उसने कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी से चुनाव में टिकट पाने के लिए भी कोशिश की थी।

प्रयागराज से पांच सदस्यीय टीम बागपत आई थी

प्रयागराज से एसआइ सुमित त्रिपाठी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय पुलिस टीम आरोपित योगेंद्र शर्मा को बुधवार शाम करीब साढ़े तीन बजे बागपत कोतवाली लेकर पहुंची। पुलिस टीम ने कोतवाली पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया और जीडी में आमद दर्ज कराई। आरोपित योगेंद्र को हवालात में बंद कर पुलिस टीम अग्रवाल मंडी टटीरी में उसके घर पहुंची, जहां से उसके हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की अंक तालिका व प्रमाण पत्र के अलावा अन्य शैक्षिक दस्तावेज बरामद किए। उसके माता-पिता से भी पूछताछ की। एक साइबर कैफे के संचालक से जानकारी ली, यहां पर योगेंद्र ने रेलवे टिकट बुक कराया था। पुलिस योगेंद्र का पासपोर्ट भी लेकर गई।

इंस्टाग्राम पर कई नेताओं के संपर्क में था

एसआइ सुमित त्रिपाठी ने बताया कि योगेंद्र के मकान से हाईस्कूल और इंटर के प्रमाण पत्र बरामद किए गए हैं। योगेंद्र व विक्रम के नाम की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट अलग-अलग प्रमाण पत्र मिले हैं। उक्त प्रमाण पत्र व आधार कार्ड में जन्मतिथि भी भिन्न है। इस संबंध में पूछने पर विक्रम ने बताया कि पुलिस या अन्य किसी सरकारी विभाग में नौकरी पाने के लिए कम आयु दर्शाकर प्रमाण पत्र तैयार कराए हैं। योगेंद्र ने इंस्टाग्राम पर पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो व कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी आदि से संपर्क करने के लिए उनके अकाउंट पर मैसेज किए थे। उनसे योगेंद्र की संपर्क होने की अभी पुष्टि नहीं है। हर बिंदु पर जांच जारी है।

संतों के मठ में पाना चाहता है स्थान


एसआइ के मुताबिक पूछताछ में योगेंद्र शर्मा ने बताया कि वह संतों के पास रहना चाहता है। उसका मकसद है कि संतों के मठ में स्थान मिल जाए। आरोपित योगेंद्र से कोतवाली पहुंचकर उसके स्वजन ने मुलाकात की। शाम करीब साढ़े सात बजे प्रयागराज पुलिस योगेंद्र को लेकर वापस लौट गई।

कम उम्र में बड़ा आदमी बनना चाहता था योगेंद्र

योगेंद्र कभी संतों के साथ मठ में रहने की बात करता है तो कभी सरकारी नौकरी पाने की इच्छा जाहिर करता है। वहीं आशंका जताई जा रही है कि बड़ा आदमी बनने की चाहत में तो योगेंद्र संतों को मारने की साजिश तो नहीं रच रहा था? इसके लिए उसकी किसी से कोई डील तो नहीं हुई। हालांकि प्रयागराज पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

दो मोबाइल चलाता था योगेंद्र


प्रयागराज पुलिस को योगेंद्र के पास से एक स्मार्ट और एक साधारण मोबाइल मिला था। उसके साधारण मोबाइल की किसी को जानकारी नहीं थी। आशंका है कि इस मोबाइल से ही पुलिस को कोई क्लू हाथ लग सकता है।

कांग्रेस से मुझे टिकट दे दीजिए


एसआइ सुमित त्रिपाठी के मुताबिक योगेंद्र ने कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर मैसेज किया था कि बागपत में आपकी पार्टी कभी नहीं जीती है। चुनाव में मुझे टिकट दे दीजिए, अच्छा रिजल्ट मिलेगा।

योगेंद्र को लेकर आगरा में रुकी पुलिस

प्रयागराज से बागपत आते समय मंगलवार रात पुलिस टीम आगरा में योगेंद्र को लेकर रुकी थी। शाम साढ़े तीन बागपत आने के बाद करीब चार घंटे पुलिस ने छानबीन की। यहां से टीम शाम साढ़े सात बजे हरिद्वार के लिए रवाना हो गई है। टीम में एसआइ सुमित त्रिपाठी, एसआइ संदीप यादव, कांस्टेबल विमलेश कुमार, कांस्टेबल रोहित सिंह व कांस्टेबल मसीहुद्दीन शामिल हैं। 

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