पटना , NOI : बिहार विधानपरिषद के 203वें सत्र के पहले दिन यानी सोमवार को सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने प्रारंभिक संबोधन में एक दिलचस्प वाकया सुनाया। बोले- बिहार छोटा हो गया, जिसे सुनकर सब पहले चौंके और फिर हंसने लगे।

सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने बताया कि विदेश में उच्च पदस्थ उनके गृह जिले के एक सज्जन पांच-छह साल बाद बिहार लौटे। इस दौरान उनसे मुलाकात हुई, तब वे सज्जन बोले कि इस बार का बिहार बहुत छोटा लग रहा है। इस पर सभापति ने चौंकते हुए इसका अर्थ पूछा। इस पर बताया गया कि बिहार में चारों ओर फैली चमचमाती सड़कों के कारण बिहार के एक कोने से दूसरे कोने जाने में बहुत कम समय लग रहा है और सफर भी आसान है। इस कारण बिहार छोटा लग रहा है।

सभापति ने अपने संबोधन में कहा कि जनवरी से शुरू की गई जाति आधारित गणना से सामाजिक एवं आर्थिक भेदभाव दूर करने की योजना बनाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि जनता से सीधा साक्षात्कार कर जनसमस्याओं के निराकरण के लिए त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया जाना सकारात्मक पहल है।

उन्होंने आगे कहा कि सात-निश्चय-दो के क्रियान्वयन किया जा रहा है। बेरोजगारों को रोजगार एवं रियायती दर पर भूमि एवं संसाधन उपलब्ध कराना सरकार की नई प्राथमिकताएं हैं। चौथे कृषि रोड मैप में कृषि के आधुनिकीकरण पर ध्यान दिया जा रहा है।

कुशवाहा के इस्तीफे की सूचना पर विपक्ष ने थपथपाई मेज

इस दौरान सभापति ने सदन को सूचना दी कि उपेंद्र कुशवाहा ने विधानपरिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बताया कि वह वर्ष 2021 से सदन के सदस्य थे। इस सूचना का विपक्ष में बैठे भाजपा सदस्यों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया। इस पर जदयू सदस्यों ने चुटकी लेते हुए कहा कि लगता है आपके ही कहने पर इस्तीफा दिया गया है।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement