नई दिल्ली, NOI: दक्षिण-पश्चिम मानसून से बने अधिक बारिश वाले मौसम के एक बार फिर धमने का समय आ गया है, जिससे आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में वर्षा की गतिविधि कम होने की संभावना है। हालांकि, इस ब्रेक के दौरान भी, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मौसम बिगड़े रहने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पश्चिम बिहार और पड़ोस में स्थित है। यह सिस्टम अगले घंटों तक जारी रहने और उसके बाद कम होने की उम्मीद है।

इसके अलावा, 15 अगस्त के आसपास पश्चिम-मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। इससे अगले घंटों में उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। इसके अलावा, बंगाल की खाड़ी से आने वाली तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अगले 1-2 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर में चलती रहेंगी।

इन सभी सिस्टम के संयुक्त प्रभाव के तहत, 14 अगस्त को बिहार में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके बाद वर्षा की तीव्रता कम होने की संभावना है। दूसरी ओर 15 अगस्त तक पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ व्यापक बारिश होगी।

इन खराब मौसम की स्थिति के कारण, आईएमडी ने शुक्रवार और शनिवार के लिए असम, मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। रविवार, 15 अगस्त तक खराब हालात कम होने की संभावना है। तदनुसार, इन क्षेत्रों में स्थानीय मौसम की स्थिति के बारे में 'जागरूक' रहने की सलाह दी गई है। यही अलर्ट असम, मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 16 अगस्त तक जारी रहेगा।

मौसम की जानकारी देने वाली संस्था स्काइमेट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। केरल, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, ओडिशा, लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। वहीं, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और आंतरिक महाराष्ट्र में भी हल्की बारिश संभव है।

हिमाचल का हाल

हाल में हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में निगुलसरी हादसे में अब तक 18 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। पहाड़ी से रुक-रुक कर भूस्खलन होने से बचाव कार्य बाधित हो रहा है। इससे यातायात ठप है। वहीं आने वाले दिनों में और बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पूरे प्रदेश में 19 अगस्त तक पूरे प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है।


उत्तराखंड के हाल

उत्तराखंड में बारिश के कारण उपजी परेशानियां कम नहीं हो रही हैं। पहाड़ों में जगह-जगह भूस्खलन का सिलसिला जारी है। यातायात प्रभावित है। वाहन मलबे में फंस रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार को देहरादून, नैनीताल के साथ ही चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चमोली में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं|

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