नई दिल्ली, NOI : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बृहस्पतिवार को भलस्वा लैंडफिल साइट के निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कूड़ा उठाने का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया, "यह लक्ष्य निर्धारित किया गया था कि हर रोज साढ़े छह हजार मीट्रिक टन कूड़ा उठना चाहिए, लेकिन इसका निरीक्षण करने पर यह ज्ञात हुआ कि उससे कहीं अधिक नौ हजार टन कूड़ा उठ रहा है और अब इसे बढ़ाकर 12 हजार टन कूड़ा किया जाएगा।"

डबल स्पीड से हो रहा है काम


सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि टारगेट से डबल स्पीड पर काम चल रहा है और यह उम्मीद है कि मार्च-अप्रैल तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में लगभग 11 हजार मीट्रिक टन कूड़ा हर रोज बनता है, उसमें से 8100 टन का इंतजाम किया गया है। उसमें से कुछ वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में जाता है और कुछ का पृथक्करण किया जाता है।

कूड़े का वेस्ट टू एनर्जी प्लांट बनवाया जा रहा 


ओखला में इसके लिए हजार मीट्रिक टन कूड़ा प्रबंधन के विस्तार करने का काम किया जा रहा है। लगभग दो हजार मीट्रिक टन कूड़े का वेस्ट टू एनर्जी का प्लांट बवाना में बनाया जा रहा है और इसे वर्ष 2026 तक पूरा किया जाएगा। तब तक प्रतिदिन के कूड़े के निपटान के लिए अस्थायी प्रबंध किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भलस्वा लैंडफिल में दस हजार मीट्रिक टन कूड़ा परंपरागत तरीके से उठाया जाता है और दो हजार टन कूड़ा प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े का निपटान किया जाता है।

सालिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर उन्होंने कहा कि कूड़े को अलग करना घरों में हो सकता है और कई घरों में हो भी रहा है लेकिन अभी इसे पूरी तरह से लागू कर पाना फिलहाल संभव नहीं है। हालांकि जो कूड़ा इकट्ठा करते हैं वह भी इसे अलग करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में भी काफी सारा कूड़ा सीधे भी जा सकता है।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement