नई दिल्ली, NOI:  महिला कांग्रेस की  राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव (Sushmita Dev) ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले उन्होंने अपना ट्विटर प्रोफाइल बदल दिया था। दरअसल उन्होंने प्रोफाइल पर अपने पद के पहले 'पूर्व' लगा दिया था। इसके बाद से ही अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। इसके बाद पार्टी की नेता सुष्मिता देव का इस्तीफा पत्र सामने आ गया।

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'मैंने सुष्मिता देव से बात करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन ऑफ था। उनका कोई पत्र आज तक सोनिया गांधी को नहीं मिला है। सुष्मिता देव अपने विवेक से और सोच समझकर निर्णय करेंगी। जब तक उनसे पूरी बात नहीं हो जाती इससे ज़्यादा कहना अनुचित होगा।'

फिलहाल BJP में नहीं हो रहीं शामिल 

असम के भाजपा महासचिव व सांसद राजदीप राय ने कहा, 'फिलहाल कांग्रेस की पूर्व नेता सुष्मिता देव भाजपा में शामिल नहीं हो रहीं हैं। राज्य के नेताओं से जहां तक मुझे पता चला है वे पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता के संपर्क में नहीं हैं। कांग्रेस से इस्तीफा उनका व्यक्तिगत फैसला है।'

अपना इस्तीफा वापस लें सुष्मिता: रिपुन बोरा

वहीं कांग्रेस नेता रिपुन बोरा ने कहा,'सुष्मिता देव पार्टी की समर्पित नेता थीं, कभी नहीं सोचा था कि वे ऐसा निर्णय लेंगी। हम परिवार की तरह हैं। यदि वे पार्टी के साथ कुछ नाराजगी थी तो चर्चा करनी चाहिए थी। मैं उनसे इस फैसले पर दोबारा सोचने और इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करता हूं।'

कपिल सिब्बल ने कहा- 

सुष्मिता देव के इस्तीफे पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रया दी है। उन्होंने लिखा, 'हमारी पार्टी की सदस्यता से सुष्मिता देव ने इस्तीफा दे दिया है। युवा नेताओं के पार्टी छोड़ कर जाने के बीच पार्टी को मजबूत बनाने के प्रयासों लिए आरोप हम पुराने बुजुर्गों पर लग रहे हैं ।


तीन दशक लंबा सफर रहा यादगार- सुष्मिता देव 

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए इस्तीफे में उन्होंने तीन दशक लंबे अपने कांग्रेस करियर का जिक्र किया है। साथ ही उन्होंने पार्टी के सभी नेताओं, पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद अदा किया है। सुष्मिता ने अपने इस्तीफा पत्र में कांग्रेस पार्टी के साथ बिताए 30 सालों को यादगार बताया है और लिखा है कि अब वे पार्टी की सदस्यता छोड़ रहीं है। इसके बाद वे अपना समय जनकल्याण के लिए देंगी। असम बंगाल के नेता संतोष मोहन देब की बेटी सुष्मिता देव को असम की सिल्चर विधानसभा सीट से सांसद चुना गया था।

उल्लेखनीय है कि इस साल हुए असम विधानसभा चुनाव के दौरान ही सुष्मिता देव की नाराजगी की बात सामने आई थी। उसी वक्त सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी दी थी। बाद में उन्होंने इसे अफवाह बताया था और कहा था कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ हैं


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