नई दिल्‍ली, NOI: Covid Mahamari से जूझ रही Indian Economy के लिए खुशखबर है। रेटिंग एजेंसी इकरा के साथ Crisil ने अर्थव्‍यवस्‍था की तरक्‍की पर तसल्‍ली जताई है। दोनों ही एजेंसियों का कहना है कि भारतीय इकोनॉमी रिकवरी कर रही है। उनका Credit Quality outlook अब सकारात्‍मक यानि Positive है। Crisil ने कहा कि Credit ratio बीते चार माह में 2.5 गुना हो चुका है, जो Fy 21 की दूसरी तिमाही में 1.33 गुना पर आ गया था।

Icra ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 20 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है लेकिन यह कोविड-19 से पहले के स्तर की तुलना में काफी कम रहेगी। इकरा ने कहा कि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में जीडीपी 24 प्रतिशत तक सिकुड़ गई थी, जिससे तुलना के कारण कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव आलोच्य तिमाही में कम दिख रहा है।

एजेंसी ने कहा कि सरकार की तरफ से मजबूत पूंजीगत व्यय, व्यापारिक निर्यात और कृषि क्षेत्र में मांग से आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा मिला है। इसी के कारण 30 जून 2021 को समाप्त तिमाही में जीडीपी के 20 प्रतिशत और सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में 17 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।

इकरा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि पिछले वर्ष के निम्न आंकड़ों से तुलना के कारण इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में दहाई अंक की वृद्धि काफी ऊंची रहने का अनुमान है। वहीं, हमारा अनुमान है कि कोविड से पहले यानी वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही की तुलना में इस बार जीडीपी और जीवीए में 9 प्रतिशत की गिरावट रहेगी।

भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समीक्षाधीन तिमाही के लिए इस महीने फिर से जारी अनुमान में जीडीपी में 21.4 प्रतिशत बढ़त की उम्मीद जताई गई है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय से पहली तिमाही के आर्थिक गतिविधियों पर आधिकारिक आंकड़े इस महीने के अंत तक आने की उम्मीद है।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement