NOI लखनऊ। योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार मंगलवार शाम पांच बजे राजभवन में होगा। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल का यह पहला विस्तार होगा। 

मंत्रिमंडल विस्तार में सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान को सरकार में जगह मिलेगी तो हाल ही में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा बने रालोद के एक या दो मंत्री बनाए जा सकते हैं। भाजपा से भी एक-दो चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।


पिछले वर्ष जुलाई में सुभासपा के दोबारा एनडीए में शामिल होने और योगी सरकार के पहले कार्यकाल में वन मंत्री रहे दारा सिंह चौहान के सपा छोड़ भाजपा में वापसी करने के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। 

रालोद को भी मंत्रिमंडल में एक या दो स्थान

ओम प्रकाश राजभर पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में राजनीतिक प्रभाव रखने वाली अति पिछड़ी राजभर जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं दारा सिंह चौहान का ताल्लुक पूर्वांचल के कुछ जिलों में खासी तादाद में मौजूद लोनिया चौहान बिरादरी से है। 

हाल ही में एनडीए का घटक बने रालोद को भी मंत्रिमंडल में एक या दो स्थान मिल सकता है। रालोद कोटे से विधानसभा में पार्टी के नेता और मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना सीट के विधायक राजपाल सिंह बालियान को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की प्रबल संभावना है। 

राजभवन के गांधी सभागार में होगा शपथ समारोह

लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत अपने सामाजिक आधार को और मजबूत करने के उद्देश्य से भाजपा अपने एक या दो लोगों को भी मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है। राज्यपाल के आगरा-मथुरा दौरे से मंगलवार दोपहर तक वापसी के चलते शपथ ग्रहण समारोह शाम पांच बजे रखा गया है। शपथ समारोह राजभवन के गांधी सभागार में होगा।

योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों समेत 18 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 20 राज्य मंत्री हैं। इस तरह मंत्रिमंडल के सदस्यों की कुल संख्या 52 है।

भाजपा की बैठक के बाद मिला संभावना को बल

नियमानुसार मंत्रिमंडल के सदस्यों की अधिकतम संख्या 60 हो सकती है। ऐसे में अभी आठ और सदस्य इसमें शामिल किए जा सकते हैं। वैसे तो लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही मंत्रिमंडल विस्तार होने के आसार थे, लेकिन इसकी संभावना को बीते शुक्रवार को तब बल मिला जब नई दिल्ली में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से लखनऊ वापस लौटकर उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भेंट की थी।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement