संसद में 21 साल सेवा करने के बाद रिटायर हुए पोस्टमैन राम शरण, बोले- कई प्रधानमंत्री और सांसद बदलते देखे
संसद की भूलभुलैया गलियारें शुरू में करते थे कन्फ्यूज
साल 2000 में जब वह संसद भवन में पोस्टेड हुए थे तो उस वक्त यह जिम्मेदारी कोई नहीं लेना चाहता था, क्योंकि अधिकतर लोगों को संसद के भूलभुलैया गलियारों और एक जैसे कमरे और दरवाजे उन्हें कन्यूज करते थे। राम शरण ने बताया कि शुरुआती दिनों में वह भी कन्फ्यूज हुए थे क्योंकि सभी दरवाजे और कमरे एक जैसे दिखते थे।
काम करते-करते राम शरण ने बहुत जल्द संसद के गलियारों का नक्शा अपने दिमाग में उतार लिया और डाक पहुंचाने का अपना काम जारी रखा। 60 वर्षिय राम शरण ने कहा कि उनके लिए सांसदों और मंत्रियों के बीच चले जाना असामान्य नहीं था क्योंकि कई लोग डाक के चलते उनसे परिचित थे और मदद के चलते। राम शरण ने आगे कहा कि, 'प्रधानमंत्री और मंत्री बदलते रहे, लेकिन मेरा ध्यान हमेशा अपने काम पर रहा है।'
Leave A Comment
LIVE अपडेट
राज्य
Stay Connected
Get Newsletter
Subscribe to our newsletter to get latest news, popular news and exclusive updates.
0 Comments
No Comments