Viral fever: इंफ्लूएंजा वायरस ने स्वरुप बदला, बढ़े मरीज, सभी रहें संभलकर, जानें कैसे करें बचाव
NOI, भागलपुर। पहली बार वायरल फीवर से बच्चे और वयस्क बीमार हो रहे हैं। डाक्टरों के मुताबिक यह कोरोना की तीसरी लहर का भी आगाज हो सकता है। इंफ्लुएंजा वायरस भी पहले की तुलना में ताकतवर हुआ है। जैसे कि कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना वायरस पहली से ज्यादा ताकतवर था। दूषित वातावरण की वजह से भी इंफ्लुएंजा वायरस पहले से ज्यादा सक्रिय और ताकतवर हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ लोगों की प्रतिरोधक क्षमता में कमी आने से भी लोग बीमार हो रहे हैं। मायागंज अस्पताल की इमरजेंसी के शिशु विभाग में प्रतिदिन 20 से 25 बुखार से पीडि़त बच्चे भर्ती हो रहे हैं। वहीं मेडिसीन विभाग में एक सप्ताह में 50 से ज्यादा मरीज भर्ती हो चुके हैं। कोविड में जिस तरह से लोग बचाव कर रहे थे, उसी तरह करना है। क्योंकि संक्रमण एक-दूसरे के संपर्क में आने से हो रहा है।
बुखार, सर्दी है लेकिन खांसी नहीं
मायागंज अस्पताल के शिशु रोग विभाग के पूर्व अध्यक्ष डा. आरके सिन्हा ने कहा कि वायरस अपना स्वरुप बदल कर पहले से ज्यादा ताकतवर हो गया है। यही वजह है कि पहली बार ज्यादा संख्या में बच्चे वायरल फीवर से पीडि़त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे कोरोना की पहली लहर से ज्यादा ताकतवर दूसरी लहर का वायरस था। उसी प्रकार इंफलुएंजा वायरस भी ताकतवर हुआ है। इसकी वजह से वातावरण का दूषित होना। दूसरी तरफ फास्ट फूड का चलन बढऩे से भी लोगों की प्रतिरोधक क्षमता में कमी आई है।
वायरस नाक और मुंह के द्वारा शरीर में प्रवेश करता है। प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से फेफड़ा में जाने से खांसी होती है, लेकिन बुखार और सर्दी सभी को हो रही है। क्लीनिकों में बीमार लोगों की संख्या कई गुना ज्यादा है। वहीं, मेडिसीन विभाग के डा. आरपी जायसवाल ने कहा कि ज्यादातर लोगों को वायरस नाक से लेकर गला तक ही सीमित है, जिससे बुखार और सर्दी हो रही है। वायरस के फेफड़ा में जाने पर खांसी भी होती है। अस्पताल में एक सप्ताह के भीतर 50 से ज्यादा वयस्क मरीजों को भर्ती किया जा चुका है। वायरस की जांच के लिए कल्चर करवाना पड़ता है जो सिर्फ कोलकाता और पूणे में है। कई मरीजों का एक्सरे एवं अन्य जांच करवाई गई, लेकिन उनमें मलेरिया, डेंगू या कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना भी सर्दी और खांसी से ही फैला है। अत: इसका संकेत भी हो सकता है, लेकिन अभी तक किसी भी मरीज में कोरोना की पुष्टि नहीं की गई है।
कोविड नियमों का करें पालन, होगा बचाव
कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी, मास्क पहना और हाथ की अच्छी तरह साफ-सफाई कर ही भोजन करने से कोरोना से मुक्ति मिली। इस वायरस से भी तेजी से संक्रमण फैलता है। अत: घर का अगर एक सदस्य भी वायरस फीवर से पीडि़त है तो उससे दूरी बनाए, मास्क पहनें, भीड़ में जाने से बचें। फल खाएं, फास्ट फूड नहीं खाएं, पानी उबाल कर ठंडा कर पीएं, आइसक्रीम, ठंडा पानी पीने से परहेज करें।
शिशु विभाग में भर्ती किशनपुर निवासी 10 वर्ष का संगम कुमार को खांसी नहीं है। छह दिन पूर्व उसे बुखार और सर्दी हुआ था। हालत गंभीर होने पर उसे इमरजेंसी में भर्ती किया गया। स्वजन नंद हरि ने बताया कि बुखार कम नहीं होने पर कई डाक्टरों से इलाज करवाया। हालत गंभीर होने पर अस्पताल लेकर आया।
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