कानपुर, NOI: कानपुर में बर्रा थाने के मालखाने से करोड़ों रुपये कीमत की अष्टधातु की मूर्ति कई सालों से गायब है लेकिन पुलिस अफसर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय लीपापोती में लगे हैं। मुकदमे की सुनवाई के दौरान मामला खुलने पर अपर जिला जज नवम आशीष कुमार चौरसिया ने सख्त रुख अपनाया और पुलिस कमिशभनर बीपी जोगदंड को पत्र लिखा है।


जांच कराकर 10 अक्तूबर से पहले मूर्ति किस तारीख को गायब हुई इसकी रिपोर्ट कोर्ट भेजने को कहा है। पत्र की प्रति डीजीपी को भेजने के साथ ही मामला हाईकोर्ट भेजने की बात भी कही है। फतेहपुर के चांदपुर निवासी दिनेश कुमार व कानपुर देहात के राजपुर निवासी कमलाकांत को 29 मई 2013 को बर्रा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों मेहरबान सिंह का पुरवा स्थित अनुसूचित जाति छात्रावास में रह रहे थे और कहीं से बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति चुराकर लाए थे जिसे बेचने की फिराक में थे।

एडीजीसी कैलाश शुक्ला व अजय प्रकाश सिंह ने बताया कि मुकदमे में एसआई घनश्याम यादव की गवाही चल रही है लेकिन माल मुकदमा कोर्ट में न आने के कारण जिरह पूरी नहीं हो पा रही। कोर्ट ने रिपोर्ट मंगाई तो गोलमोल रिपोर्ट दी गई। इस पर कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए माल के मालखाने में जमा होने से गायब होने तक की निरीक्षण रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए किस वर्ष, किस माह, किस तिथि को मूर्ति गायब हुई। इसका पूरा विवरण मांगा है। पुलिस कमिशभनर को पत्र भेजकर अपने स्तर से जांच कर 10 अक्टूबर से पहले रिपोर्ट कोर्ट भेजने को कहा है।

0 Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Get Newsletter

Advertisement