कोरोना पिछले तीन वर्षों से अधिक समय से वैश्विक स्तर पर गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों का कारण रहा है, इसके नए वैरिएंट्स खतरे को और भी बढ़ाते जा रहे हैं। हाल ही में कई देशों में देखे गए नए वैरिएंट्स एरिस (EG.5.1) और पिरोला (BA.2.86) के कारण पिछले एक महीने में तेजी से संक्रमण के मामले बढ़ते हुए देखे गए हैं। इतना ही नहीं, रिपोर्ट्स से पता चलता है कि नए वैरिएंट्स के कारण अस्पताल में भर्ती लोगों और मृतकों की संख्या भी काफी बढ़ी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को कोरोना से बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की सलाह दे रहे हैं। 
Moderna updated COVID-19 vaccine work against the BA.2.86 variant increase in neutralizing antibodies

अध्यनकर्ताओं ने बताया कि नए वैरिएंट्स में म्यूटेशनों की संख्या अधिक देखी गई है जो इसे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को आसानी से चकमा देकर संक्रमण को बढ़ाने वाला बना रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि अब इन वैरिएंट्स को लेकर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।

नए वैरिएंट्स से बचाव के लिए शोधकर्ताओं ने टीके तैयार कर लिए हैं जिन्हें अध्ययनों में काफी असरदार पाया गया है यानी कि कोरोना के नए वैरिएंट्स के जोखिमों से बचाने में अपडेटेड टीके काफी प्रभावी हो सकते हैं
मॉडर्ना की वैक्सीन साबित होगी कारगर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मॉडर्ना ने नए कोविड वैक्सीन को लक्षित करने वाले टीके बना लिए हैं। कंपनी ने दावा किया है कि उसका अपडेटेड वैक्सीन पिरोला (BA.2.86) वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हो सकता है, जो इन दिनों तेजी से वैश्विक स्तर पर बढ़ता जा रहा है। कंपनी ने दावा किया है कि नए टीके इंसानों में पिरोला वैरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी में 8.7 गुना वृद्धि कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ये नया टीके काफी असदार हो सकता है। 
 मॉडर्ना में संक्रामक रोगों के प्रमुख जैकलीन मिलर कहते हैं, हमें लगता है कि यह वो खबर है जिसे लोग सुनना चाहते थे, नए वैरिएंट्स के जोखिमों से बचाव के लिए यह जरूरी है।

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